गायघाट, मुजफ्फरपुर (बिहार) - नीरज कुमार, जो गायघाट प्रखंड के निवासी हैं, ने हाल ही में एक वीडियो संदेश में अपने गहरे असंतोष और निराशा को जाहिर करते हुए अपनी बेटी की शादी पाकिस्तान के एक लड़के से करने की इच्छा प्रकट की है। यह बयान इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है और पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है।
नीरज कुमार का कहना है कि उन्हें इस देश में न्याय नहीं मिला है और वे अपने परिवार के लिए सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि भारत में उनकी और उनके परिवार की समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। उन्होंने प्रशासन और कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए और कहा कि उनकी बेटी की शिक्षा और महिलाओं के लिए आवश्यक सुविधाओं का अभाव उन्हें इस हद तक निराश कर चुका है कि वे अपनी बेटी की शादी पाकिस्तान में करने का विचार कर रहे हैं।
एक हिंदू संत ने पाकिस्तान को प्रणाम करते हुए कहा!अपने बेटी की शादी पाकिस्तान के लड़के से करना चाहते हैं लड़की की माताजी ने भी कहा मोबाइल पर संपर्क करें कोई अच्छा लड़का है पाकिस्तान से तो लड़की "कोमल कुमारी भी शादी के लिए राजी है पाकिस्तान में वह सुरक्षित महसूस करेगी उनका कहना है! pic.twitter.com/d5AEZn3pyI
— Krantikari parinda 鳥 (@99parinda) August 16, 2024
वीडियो में नीरज ने बताया कि उन्होंने दो बार परिवार नियोजन का प्रयास किया, लेकिन फिर भी उनके परिवार में आठ बच्चे हैं। उनका कहना है कि यह लापरवाही सरकार की ओर से हुई है, और अब उनकी पत्नी फिर से गर्भवती हैं। इस स्थिति में, नीरज ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्होंने इस देश से और इसके सिस्टम से अपना विश्वास खो दिया है।
नीरज कुमार ने वीडियो में यह भी कहा कि अगर उनकी बेटी की शादी पाकिस्तान में करना अपराध है, तो वे सरकार को चैलेंज करते हैं कि वे उन्हें गिरफ्तार करे। उन्होंने अपनी मर्जी से यह फैसला लिया है और इसके परिणामों के लिए तैयार हैं।
नीरज के इस बयान ने जहां एक ओर लोगों में आक्रोश उत्पन्न किया है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन भी इस मामले की जांच करने में जुट गया है। स्थानीय पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नीरज कुमार और उनके परिवार से संपर्क किया है और आवश्यक कदम उठाने की योजना बनाई जा रही है।
इस घटना ने समाज में गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या वाकई में किसी व्यक्ति को इतना हताश और निराश होना चाहिए कि वह अपनी बेटी की शादी दूसरे देश में करने का विचार करे। क्या यह केवल एक परिवार की निजी त्रासदी है, या फिर यह हमारे सिस्टम में कहीं गहरे मुद्दों का प्रतीक है?
नीरज कुमार का यह बयान समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि यदि समय पर लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो भविष्य में और भी गंभीर परिणाम हो सकते हैं।