हाल ही में एक पॉडकास्ट चर्चा में ढोंगी बाबा अनरुद्धाचार्य की एक विवादित टिप्पणी ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। बाबा, जो अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं, ने इस बार एक ऐसा सवाल उठाया जिसने कई लोगों को नाराज़ कर दिया। उन्होंने एक ऐसी विचारधारा प्रस्तुत की, जो समाज में महिलाओं के प्रति एक खतरनाक मानसिकता को बढ़ावा देती है।
पॉडकास्ट के दौरान बाबा अनरुद्धाचार्य ने होस्ट से एक सवाल किया, "एक सुधरा हुआ लड़का था, बहुत अच्छा लड़का था। उसने एक दिन एक लड़की को कम कपड़ों में देखा और धीरे-धीरे उत्तेजित होने लगा। इससे वो बिगड़ गया और फिर अपने आसपास की लड़कियों को छेड़ने लगा। अब मेरी सवाल है कि गलती किसकी है?"
"लड़कियों के छोटे कपड़े देखकर लड़के उत्तेजित हो जाते हैं "
— Inderjeet Barak🌾 (@inderjeetbarak) August 17, 2024
~~पाखंडी बाबा pic.twitter.com/3GuS3K4QpC
इस सवाल पर होस्ट ने सीधे और बेबाक तरीके से जवाब देते हुए कहा, "गलती लड़के की है।" इस पर बाबा ने हैरान होते हुए पूछा, "कैसे?" होस्ट ने बिना कोई झिझक के जवाब दिया, "हमारी माँ-बहनें भी कभी-कभी कम कपड़ों में नजर आती हैं, जैसे स्नान करते समय। तो फिर वही गंदी नियत अपनी माँ और बहन पर क्यों नहीं होती?"
होस्ट के इस जवाब ने बाबा के सवाल की जड़ को हिला दिया और बाबा के पास कोई जवाब नहीं बचा। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कपड़ों की कमी ही लड़के के बिगड़ने की असली वजह है, या फिर यह उस लड़के की गंदी सोच और समाज द्वारा महिलाओं के प्रति बनाई गई धारणा का नतीजा है।
इस तरह की मानसिकता न केवल लड़कियों की आज़ादी पर प्रश्नचिह्न लगाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे कुछ लोग महिलाओं के पहनावे को उनके प्रति अपराध का कारण मानते हैं।
समाज में इस तरह की विचारधारा का विरोध आवश्यक है, क्योंकि यह महिलाओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा पर एक गंभीर हमला है। बाबा अनरुद्धाचार्य जैसे ढोंगी बाबाओं के विचारों को चुनौती देना और उनकी मानसिकता को उजागर करना समय की मांग है।
यह घटना न केवल महिलाओं के प्रति समाज की सोच पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि हमें महिलाओं के प्रति अपनी धारणाओं और व्यवहारों को कैसे बदलने की जरूरत है। इस मामले में आपकी क्या राय है? कमेंट में जरूर बताएं।