हाल ही में "साइंस जर्नी" नामक एक लोकप्रिय यूट्यूबर ने ट्विटर पर एक विवादास्पद बयान दिया है, जिसने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। अपने ट्वीट में उन्होंने दावा किया कि 'हिंदू' शब्द का प्रचलन मुग़ल काल के दौरान शुरू हुआ और भारतीयों ने खुद को 200 साल पहले तक 'हिंदू' नहीं कहा था। उन्होंने यह भी कहा कि 1816 ईस्वी में राजा राम मोहन राय ने पहली बार अपनी पुस्तक में 'हिंदुइज्म' शब्द का प्रयोग किया, जबकि 1873 ईस्वी में बहुजन नेता ज्योतिराव फुले ने अपनी पुस्तक "गुलामगिरी" में न तो बहुजनों को 'दलित' कहा और न ही 'हिंदू'।
यूट्यूबर के इस बयान ने हिंदू धर्म और भारतीय इतिहास पर एक नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि 'हिंदू' शब्द का उपयोग सबसे पहले ब्राह्मणों ने ही शुरू किया और 1875 ईस्वी में सत्यार्थ प्रकाश के लेखक मूलशंकर त्रिवेदी उर्फ़ दयानंद सरस्वती ने खुद को 'आर्य' कहा और 'हिंदू' को एक गाली बताया जिसे मुस्लिम शासकों ने दिया था।
हिंदू शब्द का प्रचलन मुग़ल क़ालीन है। भारतीयो ने ख़ुद को कभी हिन्दू पिछले 200 से पूर्व कभी नहीं कहा। 1816CA में राजा राम मोहन राय ने हिंदुइज्म का प्रयोग अपनी पुस्तक में किया। जबकि 1873 CA में बहुजन महानायक ज्योतिराव फुले जी ने अपनी पुस्तक गुलमगिरि में बहुजनों को न दलित कहा न ही… https://t.co/CO2Vyx7VgI pic.twitter.com/Lf6Ibc2Hxz
— Science Journey (@ScienceJourney2) August 28, 2024
साइंस जर्नी के अनुसार, सावरकर ने लोकतंत्र में वोट बैंक की राजनीति के लिए सबको 'हिंदू' कहने की वकालत की और 'हिंदुत्व' पर एक पूरी किताब भी लिखी। उन्होंने यह भी कहा कि बहुजन समाज को सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से गिराने का काम अंग्रेजों या मुग़लों ने नहीं, बल्कि ब्राह्मणवाद ने किया है, जिससे यह सवाल उठता है कि बहुजन समाज 'हिंदू' कैसे हो सकता है?
ट्विटर पर इस बयान के बाद प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। कुछ लोग इसे ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे एक सशक्त सामाजिक विमर्श की शुरुआत के रूप में देख रहे हैं।
इस ट्वीट ने समाज में एक बार फिर से जाति और धर्म को लेकर चर्चा को जन्म दिया है। अब देखना होगा कि इस विवादास्पद बयान का आगे क्या असर पड़ता है और क्या यह बहस केवल सोशल मीडिया तक सीमित रहती है या फिर इससे समाज में कोई बड़ा परिवर्तन होता है।
(रंगीन दुनिया आपके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर, इंस्टाग्राम, और यूट्यूब से ताज़ा खबरें, वायरल ट्रेंड्स और जानकारी लाता है। ऊपर दी गई पोस्ट सीधे उपयोगकर्ता के सोशल मीडिया अकाउंट से ली गई है और रंगीन दुनिया ने इसकी सामग्री में कोई बदलाव नहीं किया है। सोशल मीडिया पोस्ट में व्यक्त किए गए विचार और जानकारी रंगीन दुनिया की राय नहीं दर्शाते हैं, और इसके लिए रंगीन दुनिया कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है और किसी भी हालत में जिम्मेदार नहीं है।)