कानपुर देहात: कैंसर का इलाज करने का दावा करने वाले पाखंडी बाबा हरिओम की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बाबा हरिओम, जिनके दरबार में आए दिन भीड़ उमड़ती है, अब गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। हाल ही में, कानपुर देहात के एक सिपाही का बेटा, जिनके कैंसर का इलाज बाबा ने किया था, की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना ने बाबा की दुकान पर खतरे की घंटी बजा दी है और उनके खिलाफ स्थानीय लोगों का गुस्सा उबाल पर है।
हरिओम बाबा के दरबार में आए दिन कैंसर जैसे गंभीर रोगों का इलाज करने का दावा किया जाता है, और उनके भक्तों की भी एक बड़ी संख्या है। हालांकि, इस घटना ने उनके दावों की सच्चाई पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। सिपाही के बेटे की मौत के बाद, परिवार और स्थानीय लोग बाबा के खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस थाने पहुंचे हैं।
ये हरिओम बाबा हैं, कानपुर देहात में इनकी दुकान चलती है. बाबा प्रचलित हैं कि ये कैंसर का इलाज करते हैं. इनके दरबार में जमकर भीड़ होती है.
— Priya singh (@priyarajputlive) August 11, 2024
लेकिन अब बाबा की दुकान पर खतरा मंडरा रहा है. बाबा ने एक सिपाही को इलाज के नाम पर ठगा है.
सिपाही के बेटे को कैंसर था. बाबा के इलाज के चक्कर… pic.twitter.com/lxjmqtSSyE
सिपाही के बेटे को कैंसर का पता चलने के बाद, उन्होंने बाबा हरिओम से इलाज करवाने का निर्णय लिया था। बाबा ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वह इलाज से कैंसर को ठीक कर देंगे। लेकिन इलाज के दौरान स्थिति बिगड़ती गई और आखिरकार मरीज की मौत हो गई। सिपाही का परिवार और स्थानीय लोग अब बाबा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। बाबा के खिलाफ धोखाधड़ी और इलाज के नाम पर ठगने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि अगर बाबा दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें सख्त सजा दी जाएगी।
इस घटना ने बाबा हरिओम की दुकान की विश्वसनीयता को गंभीर चोट पहुंचाई है और उनकी प्रचलित छवि पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है। स्थानीय लोग अब मांग कर रहे हैं कि ऐसे पाखंडी बाबाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी और की जान से खिलवाड़ न हो सके।
इस घटना के बाद से हरिओम बाबा के दरबार में भीड़ कम हो गई है और उनके समर्थक भी इस विवाद के बाद नाखुश दिख रहे हैं। अब देखना यह होगा कि इस मामले की जांच में क्या खुलासा होता है और बाबा को किस सजा का सामना करना पड़ता है।