झांसी, उत्तर प्रदेश – झांसी पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 17 साल की लड़की के साथ चलती कार में गैंगरेप की कहानी पूरी तरह से झूठी निकली। इस मामले में लड़की, उसकी बुआ और बुआ के बेटे को गिरफ्तार किया गया है।
एसपी झांसी ने शुक्रवार को इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह पूरा मामला लड़की द्वारा अपने बॉयफ्रेंड से शादी की चाहत से शुरू हुआ। लड़की घर से भागकर शहर आ गई और अपने बॉयफ्रेंड के आने का इंतजार करती रही। इस बीच, उसने खुद ही अपनी मांग में सिंदूर भर लिया ताकि वह खुद को शादीशुदा दिखा सके।
इसके बाद वह अपनी बुआ के घर पहुंच गई। लेकिन बुआ की फैमिली ने इस मामले का फायदा उठाने की योजना बनाई। बुआ, फूलवती, और उसके बेटे मनीष परिहार ने मिलकर पड़ोसियों को फंसाने और उनसे पैसे ऐंठने के इरादे से गैंगरेप की झूठी कहानी गढ़ डाली। उन्होंने लड़की को समझाया और उसे इस झूठी कहानी में शामिल कर लिया।
झांसी, यूपी में चलती कार में 17 साल की लड़की से गैंगरेप का मामला झूठा निकला। वो अपने बॉयफ्रेंड से शादी करना चाहती थी। घर से भागकर शहर में आ गई। बॉयफ्रेंड के इंतजार में घूमती रही। खुद ही अपनी मांग में सिंदूर भर लिया।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 23, 2024
फिर वो अपनी बुआ के घर पहुंच गई। बुआ की फैमिली ने पड़ोसियों को… pic.twitter.com/Vieh6pXNwB
जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो कुछ बातें सामने आईं जो इस कहानी को कमजोर साबित करने लगीं। एसपी ने बताया कि लड़की के बयानों में कई बार विरोधाभास पाए गए, जिससे पुलिस को शक हुआ।
इसके बाद पुलिस ने लड़की से गहन पूछताछ की, जिसमें उसने सच उगल दिया। लड़की ने बताया कि वह अपनी मर्जी से घर से भागी थी और गैंगरेप की कोई घटना नहीं हुई थी। उसने बताया कि उसकी बुआ और भाई ने उसे इस योजना में शामिल होने के लिए मजबूर किया था ताकि वे पड़ोसियों से पैसे ऐंठ सकें।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए लड़की, उसकी बुआ फूलवती और मनीष परिहार को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ झूठी सूचना देने, साजिश रचने और जबरन वसूली की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एसपी ने बताया कि यह मामला समाज में फैली झूठी सूचनाओं और अफवाहों के खतरों को उजागर करता है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि किसी भी तरह की अफवाहों या झूठी खबरों को फैलाने से पहले सच की जांच कर लें। साथ ही, पुलिस ने चेतावनी दी कि ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
झांसी पुलिस के इस सफल खुलासे ने शहर में फैली इस झूठी खबर को खत्म कर दिया और सच्चाई को सामने लाया।