आजमगढ़: समाजवादी पार्टी (सपा) के अंदर चल रहे अंतर्कलह का एक और उदाहरण उस समय सामने आया जब सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के समर्थकों ने सपा विधायक नफीस अहमद को मंच पर बोलने से रोक दिया। मामला इतना बढ़ गया कि धक्का-मुक्की तक की नौबत आ गई।
घटना आजमगढ़ के एक जनसभा की है, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता मंच पर मौजूद थे। जब विधायक नफीस अहमद अपनी बात रखने के लिए माइक पर आए, तभी धर्मेंद्र यादव के समर्थकों ने उन्हें बोलने से रोकने की कोशिश की। इस दौरान समर्थकों और विधायक के बीच कहासुनी हुई और बात धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। सूत्रों के अनुसार, स्थिति ऐसी हो गई कि विधायक नफीस अहमद को मंच छोड़कर जाना पड़ा।
विधायक नफीस अहमद ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें इसलिए बोलने से रोका गया क्योंकि वे मुस्लिम हैं। वहीं, यादव समर्थकों का आरोप है कि मुस्लिम नेता पार्टी में यादव समाज के अधिकारों का हनन कर रहे हैं, जो कि नाजायज है।
आजमगढ़ : सपा नेताओं में मंच पर ही मारपीट?
— Sudhir Mishra 🇮🇳 (@Sudhir_mish) August 16, 2024
सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के समर्थकों ने सपा विधायक नफीस अहमद को बोलने से रोका। धक्का-मुक्की हुई।
सूत्रों की मानें तो विधायक को 'भागना' पड़ा।
यादवों का आरोप, मुस्लिम खा रहे हैं उनका हक।
विधायक बोले मुस्लिम हूं इसलिए बोलने नहीं दिया जा… pic.twitter.com/O9D3pGcSzG
इस घटनाक्रम ने सपा के अंदर जातीय और सांप्रदायिक तनाव को उजागर कर दिया है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि सपा में अंदरूनी कलह और नेतृत्व संकट पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
अब देखने वाली बात होगी कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व इस मामले को कैसे संभालते हैं और क्या कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाती है या नहीं।