पेरिस में ओलंपिक्स 2024 में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के साथ हुए एक विवादास्पद घटना ने पूरे खेल जगत में हड़कंप मचा दिया है। वरिष्ठ पत्रकार अशोक वानखेड़े ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया है कि विनेश फोगाट को एंटी कॉलॉजिकल ड्रग दी गई थी, जिससे उनकी प्रदर्शन क्षमता प्रभावित हुई और उनका वजन कम नहीं हो पाया।
वानखेड़े के अनुसार, विनेश फोगाट ने हाल ही में एक बीजेपी नेता द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिसके बाद उनकी इस महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में सफलता को लेकर बहुत सारे सवाल उठने लगे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ड्रग विनेश के शरीर की प्राकृतिक प्रक्रियाओं को प्रभावित कर रही थी, जिससे उसकी पसीना आने की प्रक्रिया रुक गई और वजन कम नहीं हो सका।
BIG BREAKING 📢#Olympics2024Paris में #विनेश_फोगाट से साथ हुई साज़िश, उसको #एंटी_कॉलॉजिकल_ड्रग दी गयी,
— 𝙈𝙪𝙧𝙩𝙞 𝙉𝙖𝙞𝙣 (@Murti_Nain) August 12, 2024
इसका वरिष्ठ पत्रकार अशोक वानखेड़े जी का तथ्यों के साथ खुलासा,
ब्रॉन्ज मेडल विजेता #अनिल_शेरावत का मैच से पहले 4.6kg वजन बढ़ गया था, पर उसके साथ गयी टीम ने सिर्फ दस घंटों में… pic.twitter.com/zQP98q48pV
इसके विपरीत, भारतीय पहलवान अनिल शेरावत, जिन्होंने हाल ही में ब्रॉन्ज मेडल जीता, उनके वजन में मैच से पहले 4.6 किलोग्राम की वृद्धि हुई थी। हालांकि, उनकी टीम ने सिर्फ दस घंटों में उनका वजन कम कर दिया। यह तेजी से वजन कम करने की प्रक्रिया सवाल उठाती है, खासकर तब जब विनेश फोगाट ने केवल 2.7 किलोग्राम वजन कम करने में समस्या का सामना किया।
वानखेड़े ने आरोप लगाया कि शेरावत की टीम ने वजन कम करने के लिए विशेष तकनीकों का उपयोग किया, जो सामान्य खेल नियमों के खिलाफ थी। वहीं, विनेश फोगाट को जानबूझकर परेशान करने और उनकी मेडल जीतने की संभावना को खत्म करने के लिए धोखे से ड्रग्स दी गईं, जिनका प्रभाव उनके प्रदर्शन पर पड़ा।
इस घटना ने भारतीय खेल जगत में एक नई बहस को जन्म दिया है। खेल में धांधली और साजिश की आशंका ने खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों के बीच निराशा और गुस्सा पैदा किया है। विनेश फोगाट के समर्थकों और खेल विश्लेषकों ने इस पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी भी खिलाड़ी के साथ ऐसी अनैतिक प्रथाओं को रोका जा सके।
इस विवाद ने भारतीय खेल जगत के सम्मान को भी ठेस पहुँचाई है, और यह स्पष्ट है कि इस मुद्दे पर और अधिक जांच की आवश्यकता है ताकि खिलाड़ियों की ईमानदारी और खेल की शुद्धता सुनिश्चित की जा सके।