गाजियाबाद में गंगनहर मंदिर के पास महिला चेंजिंग रूम में CCTV कैमरा लगाने के आरोप में फरार महंत मुकेश गिरी की तलाश अभी भी जारी है। तीन महीने से पुलिस से बचकर चल रहे महंत पर 50,000 रुपये का इनाम रखा गया है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी अभी तक संभव नहीं हो पाई है।
इस मामले में महंत ने एंटी सेपेटरी बेल के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाईकोर्ट ने गाजियाबाद पुलिस से इस मामले में अब तक मिले सबूतों सहित विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। हालांकि, पुलिस ने अदालत को केवल मीडिया रिपोर्ट्स और महिला आयोग का एक लेटर पेश किया, लेकिन अपनी खुद की कोई जांच रिपोर्ट नहीं दी।
हाईकोर्ट ने पुलिस की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताई। अदालत ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित महिला को न्याय दिलाने में कोई रुचि नहीं दिखाई। हाईकोर्ट ने फर्जी रिपोर्ट पेश करने वाले दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और यह निर्देश दिया कि यह जांच की जाए कि ऐसी रिपोर्ट तैयार करने में कौन-कौन जिम्मेदार है।
महंत मुकेश गिरी के खिलाफ गंभीर आरोपों के बावजूद उसकी गिरफ्तारी में हो रही देरी और पुलिस की लापरवाही ने पूरे मामले को और जटिल बना दिया है। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में कितनी तत्परता दिखाती है और अदालत के आदेशों को लागू करती है।