असम के नागांव जिले के सामुगुरी क्षेत्र में एक गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें सुकुर अली और दो अन्य मुस्लिम व्यक्तियों पर एक हिंदू महिला और उसकी बेटी के साथ यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया गया है। घटना उस समय की बताई जा रही है, जब महिला और उसकी बेटी स्थानीय बाजार में शाम के समय खरीदारी करने गई थीं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह घटना क्षेत्र में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव और अपराधों की कड़ी का हिस्सा हो सकती है। घटना के बाद सामुगुरी और आसपास के क्षेत्रों में तनाव का माहौल पैदा हो गया है। स्थानीय पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच जारी है।
असम में नागांव के सामुगुरी में सुकुर अली और अन्य दो मुस्लिम व्यक्तियों ने हिंदू महिला और उसकी बेटी के साथ यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ करने का प्रयास किया, जब वे शाम को स्थानीय बाजार में थी।
— हम लोग We The People 🇮🇳 (@ajaychauhan41) August 29, 2024
मोरीगांव और नौगांव में हिंदुओं विशेषकर महिलाओं पर हमलों का पैटर्न बिल्कुल वही दर्शाता है जो… pic.twitter.com/qBf2ucRBjU
इस घटना ने असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के हाल के बयानों की पुष्टि की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक तत्वों द्वारा हिंदू क्षेत्रों में जानबूझकर उपद्रव का माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि ऐसी घटनाएं हिंदू समुदाय को डराने और उनके पलायन के लिए मजबूर करने की साजिश का हिस्सा हो सकती हैं, जिससे मुस्लिम समुदाय धीरे-धीरे हिंदू बहुसंख्यक गांवों पर कब्जा कर सके।
मोरीगांव और नौगांव जिलों में हाल के दिनों में हिंदुओं, विशेषकर महिलाओं पर हमले बढ़े हैं। इन घटनाओं के पीछे का पैटर्न चिंता का विषय बन गया है। स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की है।
असम के नागरिक समाज में इस घटना के बाद सांप्रदायिक सौहार्द्र और शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। पुलिस और प्रशासन द्वारा मामले की गहन जांच का भरोसा दिया गया है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया गया है।
यह घटना राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द्र को चुनौती देती है और सरकार के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखने की एक बड़ी चुनौती पेश करती है। आने वाले दिनों में स्थिति को संभालने के लिए प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर क्या कदम उठाए जाते हैं, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।