15 अगस्त का दिन, जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस के रूप में गर्व के साथ मनाता है, उसी दिन एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ जिसने लोगों को हैरान और शर्मिंदा कर दिया। वीडियो में समाजवादी पार्टी (सपा) के कुछ नेताओं को राष्ट्रगान गाने का प्रयास करते हुए देखा गया, लेकिन वे इसे भूल जाते हैं। यह घटना न केवल समाजवादी पार्टी के नेताओं की अज्ञानता को उजागर करती है, बल्कि हमारे संविधान और राष्ट्र के प्रति उनकी गंभीरता पर भी सवाल खड़े करती है।
भारत का राष्ट्रगान "जन गण मन" हर भारतीय के दिल में बसता है। यह गीत न केवल हमारी राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है, बल्कि हमारे देश के प्रति सम्मान और समर्पण का भी प्रतीक है। यह गान स्कूल के बच्चों से लेकर आम नागरिकों तक सभी को याद है, फिर भी सपा के नेताओं को इसे ठीक से न याद होना बेहद शर्मनाक है।
सपा नेताओं को “राष्ट्रगान” नहीं मालूम-
— Sudhir Mishra 🇮🇳 (@Sudhir_mish) August 15, 2024
यह “संविधान” का भी अपमान है।
शर्मनाक! शर्मनाक! शर्मनाक! शर्मनाक! pic.twitter.com/dM5rRJoJ5Y
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी साफ तौर पर देखी जा सकती है। कई लोग इसे संविधान का अपमान और राष्ट्र के प्रति अनादर के रूप में देख रहे हैं। सवाल यह उठता है कि जब एक पार्टी के नेता, जो खुद को राष्ट्रवादी और समाजवादी विचारधारा का समर्थक बताते हैं, इस तरह की लापरवाही करते हैं, तो उनके द्वारा दी जा रही शिक्षा और उनके नेतृत्व पर भरोसा कैसे किया जा सकता है?
इस वीडियो के वायरल होने के बाद, सपा नेताओं को कठोर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। लोग इस घटना को लेकर अपने गुस्से और निराशा को सोशल मीडिया के माध्यम से व्यक्त कर रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि यह न केवल नेताओं की शर्मनाक लापरवाही है, बल्कि संविधान और देश के प्रति उनके कर्तव्य की भी उपेक्षा है।
इस घटना ने यह भी दिखाया है कि केवल राजनीतिक भाषण और नारों से देशप्रेम और संविधान के प्रति सम्मान नहीं जताया जा सकता। यह समय है कि हमारे नेताओं को अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का गंभीरता से पालन करना सीखना चाहिए।
ऐसे नेताओं के लिए आपकी क्या राय है? क्या आपको लगता है कि यह वाकई शर्मनाक घटना है, या इसे महज एक गलती समझा जाना चाहिए? अपनी राय कमेंट्स में जरूर बताएं।