लखनऊ: हाल ही में गोमती नगर में हुई घटना को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा उठाए गए आरोपों को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने खारिज कर दिया है। सपा ने आरोप लगाया है कि सीएम योगी ने केवल पवन यादव और मुस्लिम आरोपियों को ही निशाना बनाया है, जो कि उत्तर प्रदेश सरकार की जाति और धर्म आधारित कार्यवाही को दर्शाता है।
सपा के नेताओं, जिनमें शिवराज सिंह यादव भी शामिल हैं, का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार अपराधियों के जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव करती है। वे यह भी दावा कर रहे हैं कि केवल यादव और मुस्लिम ही अपराधी नजर आते हैं, जबकि सरकार की गिरफ्तारी सूची में कई अन्य नाम भी शामिल हैं।
देश के सबसे बड़े सूबे के सीएम को गोमती नगर घटना में सिर्फ पवन यादव और मुस्लिम ही दिखा ! इससे साफ पता चलता है उत्तर प्रदेश सरकार अपराधियों में जाति और धर्म देखकर कार्यवाही करती है!! pic.twitter.com/cVlt1dp28Y
— ShivRaj Yadav (@shivaydv_) August 2, 2024
योगी सरकार ने इस आरोप को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि सभी आरोपियों के खिलाफ समान रूप से कार्रवाई की जा रही है। सरकार ने इस संदर्भ में 16 आरोपियों की एक सूची जारी की है, जिसमें विभिन्न जातियों और धर्मों के लोग शामिल हैं। यह सूची इस बात का प्रमाण है कि सरकार का रवैया निष्पक्ष और समान है।
गोमती नगर घटना में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की सूची निम्नलिखित है:
1. प्रियांशु शर्मा
2. अर्जुन अग्रहरि
3. अभिषेक तिवारी
4. कृष्णकांत गुप्ता
5. अमन गुप्ता
6. आशीष सिंह
7. रतन गुप्ता
8. विकास भंडारी
9. पवन यादव
10. सुनील कुमार
11. मो. अरबाज
12. विराट साहू
13. अनिल कुमार
14. मनोज कुमार
15. जय किशन
16. अभिषेक साहू
इस सूची से स्पष्ट होता है कि गिरफ्तार आरोपियों में विभिन्न जातियों और धर्मों के लोग शामिल हैं। सपा द्वारा उठाए गए जाति और धर्म आधारित आरोप इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए निराधार प्रतीत होते हैं। योगी सरकार ने इस घटना में किसी भी प्रकार के भेदभाव से इंकार किया है और सभी आरोपियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की है।
सरकार की इस निष्पक्षता और पारदर्शिता से यह भी साफ हो गया है कि कानून के प्रति उनकी प्रतिबद्धता किसी भी जाति या धर्म से परे है।