मुंबई: पूर्व आई.जी. पुलिस महाराष्ट्र, एस.एम. मुशर्रिफ ने अपनी नई किताब "RSS: देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन" में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मुशर्रिफ के अनुसार, RSS एक ऐसा संगठन है जिसे ब्राह्मणवादियों द्वारा चलाया जाता है और इसका मुख्य उद्देश्य जातिवाद को बनाए रखना है।
मुशर्रिफ ने अपनी किताब में दावा किया है कि RSS का सांस्कृतिक, सामाजिक, और राष्ट्रवादी होने का दावा महज एक झूठा प्रचार है। उनके अनुसार, RSS के जरिए बहुजन और दलित युवाओं को आकर्षित करने के लिए एक सुनियोजित प्रचार अभियान चलाया जाता है। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि जातिवादी व्यवस्था को कायम रखा जाए और ब्राह्मणवादियों का वर्चस्व बढ़ाया जाए।
RSS देश का सबसे बड़ा आतंकवादी, ब्राह्मणवादी संगठन है - एस.एम.मुशर्रिफ पूर्व आई.जी.पुलिस महाराष्ट्र। OBC, SCST को इस संगठन से दूर रहना चाहिए। pic.twitter.com/Gn41tPAqZy
— Rajendra Patel (@Rajendr55118746) August 11, 2024
पुस्तक में यह भी कहा गया है कि RSS ने 20वीं सदी में हिंदू-मुस्लिम दंगों को योजनाबद्ध तरीके से भड़काया, जिससे समाज में जातिवादी और धार्मिक विभाजन को बढ़ावा मिला। हालांकि, 21वीं सदी में RSS ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। अब, RSS और अन्य ब्राह्मणवादी संगठनों ने मुस्लिम आतंकवाद का डर फैलाने का काम शुरू किया है। मुशर्रिफ के अनुसार, इन संगठनों को गोपनीय एजेंसियों का भी समर्थन प्राप्त है, जो इस एजेंडे को लागू करने में मदद कर रही हैं।
अक्सर, 2002 से 2008 के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में हुए बम धमाकों की जांच का तरीका भी आलोचना का विषय रहा है। मुशर्रिफ का कहना है कि इन धमाकों के बाद, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने बिना ठोस सबूतों के किसी मुस्लिम संगठन को दोषी ठहराकर गिरफ्तारियां कीं। मीडिया ने इन घटनाओं को बड़े जोर-शोर से प्रकाशित किया, जिसके बाद यह मुद्दा चर्चा में रहता था।
एस.एम. मुशर्रिफ की इस किताब ने RSS और ब्राह्मणवादियों के खिलाफ एक नई बहस को जन्म दे दिया है। यह मुद्दा राजनीतिक, सामाजिक, और धार्मिक विवादों का नया केंद्र बन सकता है, जिससे देश के विभिन्न वर्गों में असंतोष और तनाव बढ़ सकता है।