मिर्जापुर: बिजली विभाग का एक अनोखा कारनामा सामने आया है जो हैरान करने वाला है। जिले के हलिया थाना क्षेत्र के उमरिया और पिपरा गांव में बिना विद्युतीकरण के ही लगभग 50 घरों को बिजली कनेक्शन दे दिए गए हैं। न तो गांव में बिजली के खंभे लगाए गए हैं और न ही बिजली के तार दौड़ाए गए हैं, फिर भी गांव वालों के हाथ में मीटर पकड़ा दिया गया और कनेक्शन चालू कर दिया गया। यही नहीं, ग्रामीणों के पास अब बिजली का बिल भी आ रहा है, जबकि उन्होंने अभी तक एक यूनिट बिजली भी नहीं जलाया है।
ग्रामीणों का कहना है कि जब उन्हें कनेक्शन दिया गया तो उन्हें उम्मीद थी कि जल्द ही उनके गांव में खंभे और तार लगाए जाएंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने जल्दी-जल्दी लक्ष्य पूरा करने की कोशिश में ग्रामीणों को बिना कोई अधारभूत ढांचा तैयार किए ही बिजली कनेक्शन बांट दिए। ग्रामीणों के अनुसार, कनेक्शन के बाद मीटर उनके हाथ में पकड़ा दिया गया, लेकिन तारों का कहीं कोई अता-पता नहीं है।
मिर्जापुर के एक गांव में बग़ैर विद्युतीकरण के ही लोगों को बिजली के कनेक्शन बांट दिए गए। pic.twitter.com/PuO0r7nrV9
— Priya singh (@priyarajputlive) August 26, 2024
गांव वालों को तब आश्चर्य हुआ जब बिना बिजली जलाए ही उनके पास बिजली का बिल आना शुरू हो गया। पिपरा गांव के एक निवासी ने बताया, "हमने सोचा था कि पहले पोल और तार लगाए जाएंगे, लेकिन अचानक हमारे हाथ में मीटर पकड़ा दिया गया और कुछ ही दिनों में बिल भी आ गया।" उमरिया के एक और ग्रामीण ने कहा, "यह समझ में नहीं आ रहा कि जब बिजली का कोई इंतजाम ही नहीं किया गया है तो ये बिल कैसे आ रहा है?"
यह घटना बिजली विभाग के लिए कोई नई बात नहीं है। कुछ साल पहले, जब रमाशंकर पटेल ऊर्जा राज्य मंत्री थे, तब भी इसी तरह की एक घटना सामने आई थी। उस समय एक उपभोक्ता अपने मीटर के साथ शिकायत दर्ज कराने पहुंचा था क्योंकि उसके यहां भी बिना तार दौड़ाए ही बिजली का बिल आ रहा था।
अब देखने वाली बात यह है कि इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं। ग्रामीणों को उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में उचित कदम उठाए जाएंगे और उनकी समस्याओं का समाधान होगा। फिलहाल, यह मामला बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।