ढाका, 5 अगस्त 2024: बांग्लादेश में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। शनिवार को राजधानी ढाका और देश के अन्य हिस्सों में भयंकर हिंसा हुई, जिसमें 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 5 लाख से अधिक लोग सड़क पर उतर आए। इस हिंसा के चलते प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़कर अपनी बहन के साथ भाग गई हैं।
शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा एक महत्वपूर्ण अल्टीमेटम के बाद की। आर्मी चीफ ने उन्हें इस्तीफा देने का ultimatum दिया था, जिसके बाद राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा की स्थिति गंभीर हो गई। ढाका में प्रधानमंत्री आवास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई।
बांग्लादेश से बहुत बड़ी खबर !
— Panchjanya (@epanchjanya) August 5, 2024
बांग्लादेश में अब सेना का राज!
बांग्लादेश में भारी हिंसा के बाद हुआ तख्तापलट।
शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से दिया इस्तीफा।
आर्मी चीफ ने शेख हसीना को दिया था इस्तीफे का अल्टीमेटम।
बहन के साथ देश छोड़कर भागीं प्रधानमंत्री शेख हसीना।
ढाका में… pic.twitter.com/Omg9vNkEMO
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार रात को ढाका और अन्य शहरों में व्यापक प्रदर्शन और हिंसा भड़क उठी। नागरिकों का गुस्सा सरकार के खिलाफ जमकर फूटा, जिसके कारण सड़क पर 5 लाख से अधिक लोग उतर आए। हिंसक झड़पों और लूटपाट की घटनाएं बढ़ गईं, और कई सरकारी भवनों और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने सबसे पहले आंदोलन को कुचलने की कोशिश की
— Vinod Kapri (@vinodkapri) August 5, 2024
फिर कहा -आंदोलनकारी “देशद्रोही” हैं
फिर कहा -आंदोलन “विपक्ष” की साज़िश है
फिर कहा -आंदोलनकारी “ आतंकी” है
और
आज शेख़ हसीना को बांग्लादेश से भागकर भारत आना पड़ा हैpic.twitter.com/VbFtTzF6ok
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा देने के बाद अपनी बहन के साथ देश छोड़ दिया। उनका इस्तीफा बांग्लादेश के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाता है। इस स्थिति को देखते हुए, सेना ने नियंत्रण संभाल लिया है और देश में सैन्य शासन लागू कर दिया है। सेना के प्रमुख ने स्थिति को सामान्य करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने का आश्वासन दिया है।
बांग्लादेश की इस गंभीर स्थिति को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी चिंतित है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने बांग्लादेश में शांति और स्थिरता की अपील की है। घटनाओं के त्वरित और प्रभावी समाधान की आवश्यकता है ताकि देश में शांति और स्थिरता लौट सके।
इस बीच, बांग्लादेश के नागरिकों की सुरक्षा और राहत की चिंता की जा रही है, और सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि सेना की नई सरकार किस प्रकार से देश की समस्याओं का समाधान करेगी।