लखनऊ, 19 अगस्त: लखनऊ के पारा इलाके में सांप्रदायिक तनाव का एक और मामला सामने आया है, जहां जितेंद्र त्यागी नाम के एक व्यक्ति ने मौलाना यूनुस पर हमला कर दिया। यह घटना तब हुई जब मौलाना यूनुस नमाज़ पढ़कर लौट रहे थे। जितेंद्र त्यागी, जो इलाके में अपनी हिंसक गतिविधियों के लिए पहले से बदनाम है, ने मौलाना को 'मुल्ला' और 'कटुआ' कहकर अपमानित किया और उनके साथ मारपीट की।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मौलाना यूनुस जब मस्जिद से घर लौट रहे थे, तभी जितेंद्र त्यागी ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। जितेंद्र ने मौलाना की दाढ़ी पकड़कर खींची और उन्हें बेरहमी से पीटा। मौलाना ने किसी तरह खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन जितेंद्र की क्रूरता के आगे वह बेबस नजर आए। मौलाना के साथ इस तरह की बर्बरता देखकर वहां मौजूद लोग इकट्ठा हो गए।
घटना स्थल पर इकट्ठा हुई भीड़ ने जब जितेंद्र का विरोध किया, तो उसने गुस्से में आकर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस हमले में कुछ लोगों को चोटें भी आईं। मौके पर हंगामा और डर का माहौल बन गया, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।
जितेंद्र त्यागी का इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। स्थानीय लोगों के अनुसार, वह पहले भी इसी प्रकार की घटनाओं में शामिल रहा है। उसकी मस्जिद से अज़ान की आवाज़ को लेकर पुरानी शिकायतें रही हैं। कहा जाता है कि जितेंद्र अक्सर अज़ान से परेशान होकर ऐसी गतिविधियों में शामिल होता है और क्षेत्र में साम्प्रदायिकता को भड़काने की कोशिश करता है।
लखनऊ. पारा में जितेंद्र त्यागी नाम के एक गुंडे ने नमाज पढ़ कर लौट रहे मौलाना यूनुस को मु$ल्ला, क$टुआ कह कर सम्बोधित किया।
— Kavish Aziz (@azizkavish) August 19, 2024
उनकी दाढ़ी नोची और मारा पीटा। भीड़ इकट्ठा हुई तो जितेंद्र ने पत्थर चलाया। जितेंद्र को मस्जिद में अज़ान से दिक्कत थी, पहले भी वो इस प्रकार की हरकत कर चुका है। pic.twitter.com/Mjiaxd8Dw2
इस घटना के बाद पुलिस को तुरंत मौके पर बुलाया गया। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने जितेंद्र त्यागी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि जितेंद्र के खिलाफ पहले से भी कई शिकायतें दर्ज हैं, और उसकी गतिविधियों पर पहले से ही नजर रखी जा रही थी। इस हमले के बाद, पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ा दी है ताकि कोई और अप्रिय घटना न हो।
पारा के लोग इस घटना के बाद से काफी डरे हुए हैं और प्रशासन से न्याय की मांग कर रहे हैं। इलाके के मौलवी और स्थानीय नेताओं ने शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और इस प्रकार की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
लखनऊ का पारा इलाका पिछले कुछ समय से सांप्रदायिक तनाव की वजह से सुर्खियों में रहा है। इस तरह की घटनाएं न सिर्फ समाज में दरार पैदा करती हैं, बल्कि शांति और सौहार्द्र के लिए भी खतरनाक साबित होती हैं। इस घटना ने एक बार फिर से सामुदायिक एकता और भाईचारे को मजबूत करने की जरूरत को रेखांकित किया है।
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