उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर लगातार उठ रहे सवालों के बीच लखनऊ के गोमती नगर विस्तार में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। यहाँ, पुलिस चौकी से थोड़ी दूरी पर एक बुजुर्ग दुकानदार महावीर यादव की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है और राज्य में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
महावीर यादव, जो कि रोड पर पूड़ी, सब्जी, और चाय की एक छोटी सी दुकान चलाते थे, वहीं पर सोते भी थे। शुक्रवार रात को उनके बेटे ने उन्हें खाना देकर घर वापसी की थी। यह रात उनके परिवार के लिए एक सामान्य रात की तरह ही थी, लेकिन सुबह का दृश्य उनके जीवन को बदल देने वाला था।
सुबह मिली लाश, खून से लथपथ थे महावीर उत्तर प्रदेश में जंगल राज हो चुका है। लखनऊ के गोमती नगर विस्तार में पुलिस चौकी से थोड़ी दूरी पर एक बुजुर्ग की हत्या कर दी जाती है ।
बुजुर्ग महावीर यादव रोड पर पूड़ी सब्जी व चाय की दुकान चलाते थे। वह दुकान में ही सोते थे। शुक्रवार रात साढ़े दस बजे बेटा पिता को खाना देकर घर लौटा… pic.twitter.com/0q7PzQfOpn
शनिवार सुबह जब महावीर का छोटा बेटा वीरेंद्र दुकान पर पहुंचा, तो उसने अपने पिता को बिस्तर पर मृत पाया। महावीर की गर्दन से काफी खून बह रहा था, और यह देखकर वीरेंद्र की चीख निकल गई। यह दृश्य किसी भी परिवार के लिए असहनीय था। दुकान में खून से लथपथ पड़े महावीर की लाश देखकर वीरेंद्र ने तुरंत अपने परिवार और पुलिस को सूचना दी।
परिवार के अनुसार, शुक्रवार रात को महावीर यादव की गांव के दिलीप नामक व्यक्ति से कहासुनी हुई थी। इस विवाद के दौरान दिलीप ने महावीर को जान से मारने की धमकी दी थी। परिवार का आरोप है कि दिलीप ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर महावीर की हत्या की है। पुलिस को भी इस मामले में दिलीप पर शक है और उसके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
लखनऊ के गोमती नगर जैसे इलाके में, जहां पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर इस तरह की हत्या होती है, वहां कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल उठने स्वाभाविक हैं। स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद भय का माहौल है और वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस दिलीप और उसके साथियों की तलाश में जुटी हुई है।
इस घटना ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर फिर से बहस छेड़ दी है। सरकार पर दबाव बढ़ रहा है कि वह जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार कर उन्हें सजा दिलाए।