अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में बुधवार की रात एक विवादास्पद घटना ने शैक्षिक परिसर में हड़कंप मचा दिया। AMU प्रशासन ने पीएचडी की छह छात्राओं को रात के अंधेरे में होस्टल से बाहर कर दिया। इस कार्रवाई के खिलाफ छात्राएं अपनी सामान सहित बाब-ए-सैयद गेट पर बैठ गई हैं और AMU प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।
छात्राओं का आरोप है कि प्रशासन ने उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के होस्टल से बाहर कर दिया, जिससे वे रात के समय सड़क पर असुरक्षित स्थिति में रह गईं। इस अप्रत्याशित और अपमानजनक कदम ने परिसर में एक नए विवाद को जन्म दे दिया है।
AMU प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय कुछ प्रशासनिक कारणों की वजह से लिया गया था, लेकिन छात्राओं और उनके समर्थकों ने इसे पूरी तरह से अनुचित और असंवेदनशील करार दिया है। छात्राओं का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई ने उनकी सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है और इसे पूरी तरह से गलत माना जा रहा है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के बाब-ए-सैयद गेट पर पीएचडी की 6 छात्राएं अपने सामान सहित बैठी है क्योंकि AMU प्रशासन ने उन्हें हॉस्टल से निकाल दिया है, वह गेट पर अपने सामान सहित बैठी है और AMU प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन कर रही है, @AMUofficialPRO रात के अंधेरे में छात्राओं को होस्टल… pic.twitter.com/jBoztkHhsz
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) August 3, 2024
सामाजिक मीडिया पर भी इस घटना की तीव्र निंदा की जा रही है। @AMUofficialPRO ने इस घटना की गंभीरता को उजागर करते हुए कहा, "रात के अंधेरे में छात्राओं को होस्टल से बाहर कर देना बेहद ही शर्मनाक फ़रमान है। सत्ता के इशारे पर काम कर रहे प्रशासन को शर्म आनी चाहिए।"
इस विवाद के बाद, AMU के छात्रों और छात्र नेताओं ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई है। उन्होंने प्रशासन से तुंरत कार्रवाई की मांग की है और छात्राओं को होस्टल के अंदर वापस भेजने की अपील की है। साथ ही, उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस कदम को तुरंत रद्द किया जाए और छात्राओं की स्थिति को देखते हुए उचित समाधान प्रदान किया जाए।
इस घटनाक्रम ने AMU के प्रशासन की पारदर्शिता और संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्राओं की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए इस मामले में तुरंत उचित कार्रवाई की आवश्यकता है।
AMU के सभी संबंधित पक्षों से अपील की जाती है कि वे इस गंभीर मुद्दे को संज्ञान में लेकर छात्राओं की सहायता करें और इस मुद्दे का जल्द समाधान सुनिश्चित करें।