भुवनेश्वर: ओडिशा की कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने हाल ही में हुए अपराधों के खिलाफ कड़ा विरोध जताते हुए देश में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हो रहे अपराधों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। ANI से बातचीत में उन्होंने दिल्ली, मणिपुर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, और ओडिशा जैसे विभिन्न राज्यों में हो रहे हिंसा के मामलों को लेकर सरकारों की आलोचना की।
सोफिया फिरदौस ने 2012 में हुए निर्भया कांड को याद करते हुए कहा, "जब 2012 में निर्भया का केस हुआ था, तब पूरा देश हिल गया था। उसके बाद कांग्रेस सरकार के दौरान 2013 में क्रिमिनल लॉ में संशोधन किया गया और शी पोर्टल जैसे प्रिवेंशन हरेसमेंट एक्ट भी लागू किए गए।"
विधायक ने यह भी कहा कि पिछले 10 सालों में, फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना के बावजूद अपराधों की संख्या में कमी नहीं आई है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, "फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से कितने केस सॉल्व हुए हैं और कितने अपराधियों को सज़ा मिली है?"
सोफिया फिरदौस ने भुवनेश्वर में हाल ही में हुई एक चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "यह दुख की बात है कि भुवनेश्वर में चार साल की बच्ची के साथ इस तरह का अपराध हो सकता है। अगर ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो बड़े लोगों की सुरक्षा के बारे में क्या कहा जाए?"
पिछले 10 वर्षों में महिलाओं के खिलाफ अपराध तेजी से बढ़े हैं
— Dhruv Rathee Satire (@DhruvRatheFc) August 30, 2024
बीजेपी सिर्फ बंगाल की बात करती है, लेकिन मणिपुर, यूपी और ओडिशा के बारे में क्यों नहीं बात करते?
-ओडिशा कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस pic.twitter.com/BQl3a7ENtj
उन्होंने मणिपुर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और महाराष्ट्र में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि इन घटनाओं से समाज में डर का माहौल खत्म होता जा रहा है। "देशभर में बढ़ते अपराधों के बावजूद, कहीं भी सुधार होता नहीं दिख रहा है," उन्होंने कहा।
विधायक ने केंद्र और राज्य सरकारों की आलोचना करते हुए कहा, "हमारे ओडिशा में डबल इंजन सरकार है—यहां पर भी बीजेपी है और केंद्र में भी बीजेपी है। उनके पास सारा पावर है, लेकिन फिर भी अपराधों में कोई कमी नहीं आई है।"
अंत में, सोफिया फिरदौस ने अपराधियों के लिए कड़ी सज़ा की मांग की और कहा, "कैपिटल पनिशमेंट ही एकमात्र समाधान है। अपराधियों को कड़ा से कड़ा दंड दिया जाना चाहिए ताकि समाज में डर बना रहे और इस तरह के अपराधों में कमी आए।"
सोफिया फिरदौस की यह बयान देश में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर गंभीर चिंता और सरकारों की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए समाज में सुधार की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।