उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें दयाल कुमार नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी गुड़िया पांडेय की निर्मम हत्या कर दी। उसने अपनी पत्नी का गला काटने के बाद उसके शव के छह टुकड़े कर दिए। इस वीभत्स कृत्य के लिए उसने बाजार से ड्रिल मशीन खरीदी, जिससे उसने गुड़िया के दोनों हाथ, दोनों पैर, धड़ और सिर को अलग-अलग कर दिया। इस हत्या के बाद, वह इन टुकड़ों को छिपाने के लिए बलरामपुर और अयोध्या के बीच विभिन्न स्थानों पर फेंक आया।
दयाल कुमार ने पहले गुड़िया के हाथ और पैर को बलरामपुर में फेंक दिया, और फिर अयोध्या जाकर सिर और धड़ को सरयू नदी में फेंक दिया। यह घिनौना अपराध 6 अगस्त 2024 को हुआ था। इसके बाद, दयाल कुमार पुलिस से बचने के लिए लखनऊ भाग गया, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के चलते वह ज्यादा समय तक फरार नहीं रह सका।
गोंडा में दयाल कुमार ने पत्नी गुड़िया पांडेय को 6 टुकड़ों में काट दिया।
— Kavish Aziz (@azizkavish) August 28, 2024
पहले उसने गला काटकर हत्या की। फिर बाजार से ड्रिल मशीन लाकर पत्नी के दोनों हाथ, दोनों पैर, धड़ और सिर अलग-अलग कर दिया।
उसके बाद दोनों हाथ-पैर बलरामपुर में फेंक आया और सिर-धड़ अयोध्या में फेंक दिए।
फिर पुलिस… pic.twitter.com/isYGfx7X3A
इस घटना की जानकारी पुलिस को 6 अगस्त को तब मिली जब डायल 112 पर सूचना दी गई कि सड़क किनारे दो बोरियों में शरीर के अवशेष पड़े हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की, जिससे यह पता चला कि यह एक महिला का शव था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी विकास कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया। इस टीम ने राज्यभर में दर्ज गुमशुदा महिलाओं के मामलों की जांच की, लेकिन पहले शव की पहचान नहीं हो सकी।
जांच के दौरान घटनास्थल के पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति बाइक पर सफेद बोरी ले जाते हुए दिखाई दिया। इस सुराग के आधार पर पुलिस ने संदिग्ध की पहचान की, जो दयाल कुमार निकला। जब पुलिस उसके घर पहुंची, तो वहां ताला लगा पाया और आसपास के लोगों ने बताया कि घर से दुर्गंध आ रही थी।
रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किए जाने के बाद, दयाल कुमार ने अपनी पत्नी की हत्या का पूरा विवरण पुलिस के सामने रखा। उसने बताया कि उसे अपनी पत्नी गुड़िया पर संदेह था, और इसी कारण उसने इस हत्या को अंजाम दिया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हुए ड्रिल मशीन और अन्य औजार भी बरामद कर लिए हैं।
दयाल कुमार की यह तीसरी शादी थी, लेकिन उसकी पहली दो पत्नियां भी रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थीं। यह घटना न केवल भयावह है, बल्कि यह समाज में रिश्तों की नाजुकता और अविश्वास की गहरी जड़ें दिखाती है, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने की आवश्यकता पर जोर दिया जा सकता है।