डॉनल्ड ट्रम्प ने हाल ही में एलन मस्क के साथ एक साक्षात्कार में अमेरिका की सुरक्षा और आप्रवासन नीतियों को लेकर बड़े खुलासे किए। ट्रम्प ने कहा कि यदि वह अगले राष्ट्रपति बनते हैं, तो अमेरिका के इतिहास में पहली बार बड़ी संख्या में घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला जाएगा। यह बयान ट्रम्प के संकल्प और कड़े आप्रवासन प्रबंधन के प्रति उनकी नीतियों को स्पष्ट करता है।
एलन मस्क ने ट्रम्प से कई सवाल पूछे, जिसमें ट्रम्प ने अपनी योजनाओं और दृष्टिकोण को बेबाक अंदाज में साझा किया। ट्रम्प ने कहा, "हमारे देश में घुसपैठ करने वाले लोग आतंकवादी हो सकते हैं। ये लोग कट्टरपंथी इस्लाम के समर्थक होते हैं और अक्सर अपराधों में संलिप्त रहते हैं। इसलिए, मेरी योजना है कि हम अमेरिका में घुसपैठ करने वाले लोगों को पहचानें और उन्हें देश से बाहर निकालें।"
ट्रम्प का यह बयान उनके राष्ट्रपति पद की कैंपेन में महत्वपूर्ण मोड़ ला सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के वर्तमान आप्रवासन नियमों और नीतियों ने देश को कमजोर किया है और इसके परिणामस्वरूप अपराध और असुरक्षा में वृद्धि हुई है। उनका दावा है कि उनके प्रशासन के तहत, अमेरिका में घुसपैठ करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जो कि पिछले प्रशासनों के मुकाबले कहीं अधिक प्रभावी होगी।
घुसपैठियों को अमेरिका से भगाएंगे!
— Panchjanya (@epanchjanya) August 13, 2024
घुसपैठिए आतंकवादी होते हैं।
घुसपैठिए कट्टरपंथी इस्लाम के समर्थक होते हैं, ये लोग अपराध करते हैं।
अगर मैं राष्ट्रपति बन गया तो अमेरिका के इतिहास में पहली बार बड़ी संख्या में घुसपैठियों को अमेरिका से बाहर निकालेंगे।
एलन मस्क ने लिया डोनाल्ड… pic.twitter.com/AUxSNdwfeo
एलन मस्क के साथ साक्षात्कार के दौरान, ट्रम्प ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी नीति अमेरिका की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है और किसी भी प्रकार के खतरे को गंभीरता से लिया जाएगा। ट्रम्प का कहना है कि उनकी योजना के अंतर्गत, एक व्यापक और ठोस उपाय के साथ घुसपैठियों की पहचान की जाएगी और उन्हें अमेरिका से बाहर भेजा जाएगा।
इस बयान के बाद, अमेरिकी राजनीति में नए विवाद और बहसों की संभावना बढ़ गई है। ट्रम्प के समर्थकों और आलोचकों के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस शुरू हो गई है, जिससे आगामी चुनावों में यह एक प्रमुख मुद्दा बन सकता है।
जैसे-जैसे राष्ट्रपति पद की चुनावी दौड़ तेज हो रही है, ट्रम्प की ये नई घोषणाएं उनके राजनीतिक रणनीति और उनकी कड़ी आप्रवासन नीति को दर्शाती हैं।