अमेठी, उत्तर प्रदेश: एक दिल दहला देने वाली घटना में, अमेठी जिले में जमीन के विवाद के चलते जेंट्स पुलिस ने महिलाओं, लड़कियों और एक मासूम बच्ची के साथ बर्बरता की। सूत्रों के अनुसार, इस घटना के पीछे एक मौलाना का हाथ बताया जा रहा है, जिसने जबरन निर्माण करने का प्रयास किया और पीड़ित परिवार को धमकियाँ दीं कि उनका घर बुलडोजर से गिरा दिया जाएगा।
घटना अमेठी के एक गाँव की है, जहाँ कमाल नामक मौलाना ने जबरन एक विवादित जमीन पर निर्माण शुरू किया। पीड़ित परिवार ने इस निर्माण का विरोध किया, लेकिन मौलाना ने धमकी दी कि अगर उन्होंने विरोध किया तो उनके घर को गिरा दिया जाएगा। जब मामला पुलिस थाने पहुँचा, तो मौलाना ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए पुलिस से शिकायत की।
पुलिस की प्रतिक्रिया चौंकाने वाली थी। शिकायत मिलने पर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर महिलाओं, लड़कियों और एक मासूम बच्ची को उठाकर जमीन पर पटक दिया। इस अमानवीय कृत्य ने गाँव में भारी आक्रोश फैलाया है।
"लेडीज नहीं जेंस पुलिस ने गिरा के मारा,अम्मा दादा यहां तक की मासूम बच्चे को भी पटका...!"
— Rahul Saini (@JtrahulSaini) August 15, 2024
योगी सरकार की छवि को बट्टा लगाने का काम पर रही अमेठी पुलिस..!
ये कमाल मौलाना कौन हे,जो जबरन निर्माण करा रहा है परिवार को बोल्डोजर से घर गिरानेकी धमकी दे रहा है......;@Uppolice संज्ञान ले… pic.twitter.com/p5kkTgPJWO
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घटना ने योगी सरकार की छवि को धूमिल करने का काम किया है। अमेठी पुलिस की यह कार्रवाई सरकार की नीतियों के विपरीत जाती है, जो हमेशा महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा की बात करती है। लोगों ने मांग की है कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
घटना के बाद से गाँव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं प्रशासन की लापरवाही और भ्रष्टाचार का परिणाम हैं। पुलिस के इस अमानवीय कृत्य ने न केवल पीड़ित परिवार को आघात पहुँचाया है, बल्कि पूरे समाज में भय का माहौल पैदा कर दिया है।
सरकार और प्रशासन से यह उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच करेंगे और दोषी पुलिसकर्मियों और मौलाना के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
यह घटना समाज के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा करती है: क्या महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा केवल कागजी बातें हैं, या वास्तव में उनके साथ न्याय होगा? अमेठी की इस घटना ने एक बार फिर से कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।