लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर सवाल उठ खड़ा हुआ है। हाल ही में एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसमें पुलिस के जवान एक खूंखार अपराधी को पकड़ने की बजाय वीडियो बनाने में व्यस्त दिखाई दे रहे हैं। यह घटना एक बार फिर पुलिस की संवेदनशीलता और पेशेवरिता पर प्रश्नचिह्न लगा रही है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक अपराधी, जिसके पास 2 हजार रुपये का तमंचा है और जेब में पैसे भी हैं, फिर भी वह गरीबी के कारण एक साधारण चप्पल भी नहीं खरीद पा रहा। इस वीडियो के अनुसार, पुलिस के 2 दरोगा और 2 सिपाही इस अपराधी को पकड़ने के लिए जान की बाजी लगा कर दौड़ रहे हैं, जबकि उनका पांचवां साथी पूरी घटना का वीडियो बनाने में व्यस्त है।
2 हजार का तमंचा है। जेब में पैसे भी हैं, लेकिन गरीबी में वो चप्पल नहीं खरीद पा रहा...
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 8, 2024
एक खूंखार अपराधी को पकड़ने के लिए 2 दरोगा और 2 सिपाही जान की बाजी लगाकर दौड़ रहे हैं। पांचवां साथी Video बनाने में व्यस्त है।
गजब UP पुलिस !! कहां से लाते हैं ऐसी स्क्रिप्ट? pic.twitter.com/Hmv67iZ1Gb
यह दृश्य न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली की आलोचना कर रहा है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस प्रकार पुलिस के कर्मी अपने कर्तव्यों से भटक सकते हैं। इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर काफी प्रतिक्रिया देखी जा रही है। लोगों ने यूपी पुलिस की इस गैर-जिम्मेदाराना हरकत पर कड़ी नाराजगी जताई है और इस घटना की उचित जांच की मांग की है।
अपराधी के हाथ में तमंचा होना और गरीबी के कारण चप्पल न खरीद पाना, इस पूरे परिदृश्य को और भी जटिल बना देता है। यह दर्शाता है कि अपराधी की स्थिति कितनी दयनीय हो सकती है, जबकि उसके पास खतरनाक हथियार मौजूद हैं। दूसरी ओर, पुलिस की लापरवाही ने पूरे मामले को और भी विवादास्पद बना दिया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर बार-बार उठ रहे सवालों के बीच, यह घटना एक और उदाहरण है जो पुलिस व्यवस्था की सुधार की आवश्यकता को दर्शाता है। पुलिस विभाग को चाहिए कि वह अपने कर्मियों को पेशेवर प्रशिक्षण प्रदान करें और उनकी कार्यप्रणाली पर निगरानी रखें, ताकि जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
इस घटना के बाद, यह देखना होगा कि क्या पुलिस विभाग इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देता है और उचित कदम उठाता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।