हरियाणा में आरक्षण के मुद्दे को लेकर बहुजन समाज पार्टी (BSP) के नेता आकाश आनंद ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उनका कहना है कि कांग्रेस ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को हर कदम पर नीचा दिखाने की कोशिश की है और महात्मा गांधी के बयान को संदर्भित करते हुए आरोप लगाया कि गांधी जी ने आरक्षण लागू न होने देने की कसम खाई थी।
आकाश आनंद ने अपने बयान में कहा, "कांग्रेस ने आरक्षण के मुद्दे पर बाबा साहेब अंबेडकर के साथ किए गए हर समझौते को नजरअंदाज किया और उनके योगदान को कमतर आँकने का काम किया। गांधी जी का बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'मर जाऊंगा लेकिन आरक्षण लागू नहीं होने दूंगा,' कांग्रेस की नीति और दृष्टिकोण को पूरी तरह से स्पष्ट करता है।"
उन्होंने आगे कहा कि गांधी जी का यह बयान आरक्षण की नीति को ठेस पहुँचाने का एक तरीका था और कांग्रेस ने उस समय से लेकर अब तक यही दृष्टिकोण बनाए रखा है। आकाश आनंद ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों को नजरअंदाज किया और उनके उत्थान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
आकाश आनंद ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी ने केवल अपनी राजनीतिक लाभ के लिए समाज के विभिन्न वर्गों के बीच विघटन पैदा किया है और आरक्षण के मुद्दे को लेकर कभी भी गंभीरता से नहीं सोचा। उन्होंने कांग्रेस से मांग की कि वह अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करे और समाज के सभी वर्गों के समान अधिकारों की गारंटी दे।
इस बीच, कांग्रेस ने आकाश आनंद के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि BSP नेता का बयान केवल राजनीतिक नफरत फैलाने की कोशिश है और कांग्रेस हमेशा समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध रही है। पार्टी का कहना है कि उनकी नीतियों का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को समान अवसर प्रदान करना है और वे इस दिशा में काम करते रहेंगे।
हरियाणा में आरक्षण के मुद्दे पर उठे इस विवाद ने आगामी चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया है और इसे लेकर राजनीतिक दलों के बीच तीखी बहस छिड़ गई है।