नई दिल्ली, 1 अगस्त 2024 – भारत सरकार ने आज एक नई पहल की घोषणा की है जिसका उद्देश्य देशभर में मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना और तनाव प्रबंधन की रणनीतियों को सुदृढ़ करना है। इस पहल के तहत, विशेष कार्यक्रम और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा जो लोगों को तनाव से निपटने और मानसिक शांति बनाए रखने में मदद करेंगे।
नई योजना के तहत, पूरे देश में 500 से अधिक मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना की जाएगी, जहाँ पर विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक, परामर्शदाता और चिकित्सक उपलब्ध होंगे। इन केंद्रों में तनाव प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशालाएं और व्यक्तिगत सलाह देने के कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव डॉ. अजय शर्मा ने इस पहल की जानकारी देते हुए कहा, "हमारी सरकार मानसिक स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण मानती है और हम चाहते हैं कि हर व्यक्ति को सही समय पर सही सहायता मिले। यह नई पहल तनाव और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।"
इस योजना के तहत विशेष रूप से स्कूलों और कॉलेजों में भी तनाव प्रबंधन के कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। युवाओं में बढ़ते तनाव और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए, इन संस्थानों में नियमित परामर्श सत्र और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त, एक राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन भी शुरू की जाएगी, जो 24 घंटे उपलब्ध होगी। इस हेल्पलाइन के माध्यम से लोग मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर सलाह ले सकेंगे और तत्काल सहायता प्राप्त कर सकेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल तनाव के प्रति लोगों की संवेदनशीलता को बढ़ाएगी और मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में एक नई शुरुआत करेगी। समाज के विभिन्न वर्गों, विशेषकर युवाओं और कामकाजी लोगों के लिए यह योजना अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी।
इस पहल के माध्यम से भारत सरकार की यह उम्मीद है कि मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को गंभीरता से लिया जाएगा और समाज में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।