हापुड़, उत्तर प्रदेश – हाल ही में फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन के संबंध में दिए गए बयान के बाद किसानों में गहरा असंतोष फैल गया है। इसी के चलते शुक्रवार को हापुड़ में एक किसान संगठन ने कंगना रनौत का पुतला जलाने की योजना बनाई थी। लेकिन इससे पहले कि किसान अपने विरोध को अंजाम दे पाते, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पुतला जब्त कर लिया और वहां से भाग गई।
घटना के दौरान बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे, जो कंगना के बयान से आक्रोशित थे। किसानों का कहना है कि कंगना ने अपने बयान से आंदोलनकारी किसानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है और उनके संघर्ष को नजरअंदाज किया है। कंगना के खिलाफ गुस्से में उबलते इन किसानों ने अपनी नाराजगी जताने के लिए पुतला जलाने की कोशिश की थी।
यह पहली बार नहीं है जब हापुड़ में इस तरह की घटना हुई है। इसके पहले भी बीजेपी विधायक राजेश चौधरी का पुतला जलाने का प्रयास किया गया था, जिसे भी पुलिस ने समय रहते अपने कब्जे में ले लिया था। किसानों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन जानबूझकर उनके विरोध प्रदर्शनों को दबाने की कोशिश कर रहा है, ताकि सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ विरोध की आवाज़ न उठ सके।
यूपी : हापुड़ पुलिस एक बार फिर से पुतला लेकर भाग गई
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 29, 2024
इस बार किसान, कंगना रनौत का पुतला जलाने आए थे। इससे पहले पुलिस, BJP विधायक राजेश चौधरी का पुतला लेकर भाग गई थी। pic.twitter.com/p42pyYI3ZU
पुलिस का कहना है कि उन्होंने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है। उनका मानना है कि पुतला जलाने जैसी घटनाएं सार्वजनिक शांति को भंग कर सकती हैं और हिंसा को भड़का सकती हैं। हालाँकि, किसानों ने पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा की है और कहा है कि उनके शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का हनन किया गया है।
किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी आवाज़ को इस तरह से दबाया गया तो वे और भी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। फिलहाल, इस घटना ने क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है, और देखना होगा कि आगे यह मामला कैसे बढ़ता है।