हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के गांव पतारा में प्रजापति समाज के एक व्यक्ति की निर्मम हत्या के बाद, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने गांव का दौरा किया। चंद्रशेखर आजाद ने इस दुखद घटना के बाद पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। उनकी उपस्थिति से गांव में बड़ी संख्या में उनके समर्थक इकट्ठा हो गए, जो उनकी एक झलक पाने के लिए कच्चे मकानों की छतों पर खड़े हो गए थे।
चंद्रशेखर आजाद ने इस मौके पर एक भावुक बयान दिया, जिसमें उन्होंने गांव के हालात पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा, "जिन हालातों में हमारे लोग रहते हैं, उन हालातों में जानवर और कुत्ते भी नहीं रहते। अगर तुम्हें कुछ हो गया, तो मैं कहां से लाऊंगा?"
हमीरपुर के गांव पतारा में चंद्रशेखर आजाद पहुंचे प्रजापति समाज की एक व्यक्ति की मार मार कर हत्या कर दी गई उस मैटर में परिवार को हिम्मत देने के लिए चंद्रशेखर आजाद पहुंचे थे उस समय चंद्रशेखर आजाद की एक झलक पाने के लिए तमाम समर्थक कच्चे कच्चे मकान पर खड़े हो गए और चंद्रशेखर आजाद ने… pic.twitter.com/OL7o0zcs18
— Vishal Kumar official (@vishalbmissiont) August 27, 2024
चंद्रशेखर आजाद के इस बयान ने गांव के लोगों के बीच एक गहरी भावनात्मक प्रतिक्रिया पैदा की। उन्होंने गांव के लोगों की दयनीय स्थिति पर ध्यान खींचा और समाज के कमजोर वर्गों के प्रति अपनी चिंता जाहिर की। उनका यह बयान समाज में व्याप्त असमानता और गरीबों के लिए बुनियादी सुविधाओं की कमी की ओर इशारा करता है।
आजाद का यह दौरा एक बार फिर से यह सवाल उठाता है कि समाज के निचले तबके के लोगों के लिए बुनियादी जीवन की सुविधाएं कब सुनिश्चित की जाएंगी। उनके इस बयान को कई लोग समाज के हाशिये पर जी रहे लोगों की आवाज़ के रूप में देख रहे हैं, जो सरकार और समाज को उनकी समस्याओं के प्रति जागरूक करने की कोशिश कर रहा है।
चंद्रशेखर आजाद का यह दौरा सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या पर शोक व्यक्त करने के लिए नहीं था, बल्कि यह समाज के कमजोर वर्गों की स्थिति को उजागर करने और उन्हें सशक्त बनाने का भी एक प्रयास था।