बदायूं, उत्तर प्रदेश: एक दर्दनाक घटना में, बदायूं जिले में जाम के दौरान मामूली कहासुनी के बाद दवा कारोबारी आलोक उपाध्याय और उनके परिवार पर जानलेवा हमला हुआ। यह घटना तब घटी जब आलोक उपाध्याय अपने परिवार के साथ कहीं से लौट रहे थे और बीच रास्ते में ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार, जब आलोक उपाध्याय की गाड़ी जाम में फंसी हुई थी, तो उन्होंने आगे खड़ी एक गाड़ी के चालक से रास्ता देने का अनुरोध किया। इस छोटी-सी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। इस कहासुनी ने जल्द ही गंभीर रूप ले लिया, जब दूसरी गाड़ी के चालक ने गुस्से में आकर अपने 25-30 साथियों को बुला लिया।
इसके बाद, उन लोगों ने आलोक उपाध्याय की गाड़ी पर हमला बोल दिया। गुंडों ने बिना किसी डर के गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और उसे बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। उस वक्त गाड़ी के अंदर आलोक उपाध्याय के बच्चे और पत्नी भी मौजूद थे, जो इस अचानक हुए हमले से सहम गए। अंदर बैठे बच्चे और महिला मदद के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की।
बदायूं, यूपी में दवा कारोबारी आलोक उपाध्याय परिवार सहित लौट रहे थे। रास्ते में जाम लगा था। गाड़ी हटाने को कहा तो कहासुनी हो गई। इसके बाद गाड़ी वाले ने 25–30 गुंडे बुलाकर आलोक उपाध्याय की गाड़ी पर हमला बोल दिया। गाड़ी तोड़ दी। अंदर बैठे बच्चे–महिला चिल्लाते रहे। pic.twitter.com/0s7lMpenzO
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 23, 2024
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमला इतना भयावह था कि आसपास के लोग भी सहम गए और किसी ने भी बीच-बचाव करने की हिम्मत नहीं दिखाई। आलोक उपाध्याय और उनके परिवार ने किसी तरह से गाड़ी वहा से भगाकर अपनी जान बचाई और पुलिस को सूचना दी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने मामले में संलिप्त लोगों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
इस घटना ने बदायूं में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासियों में इस घटना के बाद डर और असुरक्षा का माहौल बन गया है। शहर के लोग ऐसी घटनाओं पर पुलिस की सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में इस तरह की वारदातों पर रोक लगाई जा सके।
आलोक उपाध्याय और उनका परिवार इस घटना से बेहद सदमे में है। उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए। इस घटना ने समाज में बढ़ती हिंसा और असहिष्णुता को लेकर भी चिंता जताई है।