कांग्रेस प्रवक्ता अनुमा आचार्य ने हाल ही में एबीपी न्यूज की एक डिबेट में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अनुमा आचार्य ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और उनकी पार्टी बीजेपी ने 1999 के चुनावों में कारगिल के शहीदों की शहादत पर राजनीति की थी और इसके माध्यम से चुनाव जीतने में सफल रहे थे।
आचार्य ने जोर देकर कहा कि बीजेपी की यह आदत रही है कि वे सच्चे जाँबाज़ों की शहादत को भी अपनी राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने से नहीं हिचकिचाते। उन्होंने कहा, "हम अटल बिहारी वाजपेयी जी को एक अच्छे व्यक्ति के रूप में मानते आए हैं, लेकिन यह सच है कि 1999 में उन्होंने और उनके नेतृत्व में बीजेपी ने कारगिल के शहीदों की शहादत पर राजनीति की थी और इसके बल पर चुनाव जीते थे।"
हम अटल बिहारी वाजपेयी जी को एक अच्छे व्यक्ति के रूप में मानते आए हैं, लेकिन याद दिला दूं कि 1999 के सितंबर में उन्होंने और उनके नेतृत्व में BJP ने भी कारगिल के शहीदों पर राजनीति की थी और चुनाव जीता था. भारतीय जनता पार्टी की आदत है कि वे जाँबाज़ों की शहादत के खून से भी राजनीति… pic.twitter.com/wnKTO3h6Lp
— Wg Cdr Anuma Acharya (Retd) (@AnumaVidisha) July 31, 2024
आचार्य ने बीजेपी की नीतियों और चुनावी रणनीतियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमेशा सेना और सुरक्षा बलों की बहादुरी का लाभ उठाकर अपनी राजनीति को मजबूती दी है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर कारगिल युद्ध, पुलवामा हमले और बालाकोट एयर स्ट्राइक का उल्लेख किया, जिनके संदर्भ में आचार्य ने दावा किया कि बीजेपी ने इन घटनाओं के माध्यम से वोटों की राजनीति की।
उनके आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी ने इन बयानों को राजनीति से प्रेरित और तथ्यहीन करार दिया है। बीजेपी का कहना है कि वे देश की सुरक्षा और शहीदों की शहादत को हमेशा सम्मान देते आए हैं और उनकी पार्टी ने कभी भी इन मुद्दों का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश नहीं की है।
आचार्य के बयान ने राजनीतिक हलकों में एक नई बहस छेड़ दी है और यह देखा जाना बाकी है कि इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच आगे क्या रुख अपनाया जाता है।