गाजियाबाद, 24 अगस्त: गाजियाबाद में कल सांसद चंद्रशेखर आजाद द्वारा आयोजित भाईचारा सम्मेलन में अप्रिय घटना घटित हुई। इस सम्मेलन में सांसद चंद्रशेखर आजाद मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। सम्मेलन को सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी शामिल हुए थे।
सूत्रों के अनुसार, कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने अचानक वहां पहुंचकर सांसद चंद्रशेखर आजाद को काले झंडे दिखाए। इस घटना से माहौल तनावपूर्ण हो गया। स्थानीय पुलिस और अन्य अधिकारियों ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और काले झंडे दिखाने वालों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन इसके बावजूद उनकी उग्रता बढ़ती गई।
सांसद चंद्रशेखर आजाद के समर्थकों पर गुंडई का आरोप का असली सच आओ में बता देता आओ
— Vishal Kumar official (@vishalbmissiont) August 25, 2024
गाजियाबाद मे पहले विरोध में सासंद चंद्रशेखर आजाद को काले झंडे दिखाए फिर समर्थकों ने डंडे और बेल्ट बरसाए, अब इसमें कुछ गलत है तो बताओ ?
सांसद चंद्रशेखर आजाद के समर्थक चंद्रशेखर आजाद बेशुमार प्यार… pic.twitter.com/6Zn0FY8IeI
उधर, आजाद समाज पार्टी के समर्थक भी उत्तेजित हो गए, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ता गया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब आजाद समाज पार्टी के समर्थकों और काले झंडे दिखाने वालों के बीच झड़प हो गई। इस झड़प में दोनों पक्षों के लोग घायल हो गए, जिनमें कुछ लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
झड़प के बाद से ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें काले झंडे दिखाने और मारपीट की स्पष्ट झलक देखी जा सकती है। वीडियो में हिंसा और तनाव के दृश्य साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में गहरा असर छोड़ा है, और अब इस पर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इस घटना के पीछे कौन लोग शामिल थे और उनके इरादे क्या थे। पुलिस की जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
सांसद को काले झंडे दिखाना और इस प्रकार की हिंसा को अंजाम देना लोकतंत्र में कितना उचित है, यह एक महत्वपूर्ण सवाल बन गया है। इस पर आपकी क्या राय है? हमें कमेंट में जरूर बताएं।