नई दिल्ली, 4 अगस्त 2024: आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और तनावपूर्ण दिनचर्या के चलते नींद की समस्याएं आम हो गई हैं। कई लोग रात में बेतरतीब नींद से परेशान रहते हैं और पूरी तरह से विश्राम नहीं कर पाते। इस समस्या से निपटने के लिए प्राचीन योग विद्या के आसान उपायों की ओर रुख करना एक प्रभावी समाधान हो सकता है। विशेष रूप से, सोने से 15 मिनट पहले किए जाने वाले दो सरल प्राणायाम आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।
1. अनुलोम-विलोम प्राणायाम
अनुलोम-विलोम प्राणायाम, जिसे नासिका द्वार प्राणायाम भी कहा जाता है, एक बेहतरीन श्वास-प्रश्वास तकनीक है जो मानसिक शांति और संतुलन को बढ़ावा देती है। इसे करने के लिए, सबसे पहले एक शांत जगह पर बैठ जाएं और अपनी रीढ़ को सीधा रखें। फिर, एक नासिका छिद्र को अपनी अंगुली से बंद करें और धीरे-धीरे दूसरे नासिका छिद्र से सांस लें। इसके बाद, सांस को रोकें और फिर छिद्र को बदलकर दूसरी नासिका छिद्र से सांस छोड़ें। इस प्रक्रिया को 10-15 बार दोहराएं। यह प्राणायाम मन को शांत करने और नींद को बेहतर बनाने में सहायक होता है।
2. भ्रामरी प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम, जिसे मध्यमध्यम प्राणायाम भी कहा जाता है, एक बहुत ही प्रभावी प्राणायाम है जो मानसिक शांति और विश्राम को बढ़ावा देता है। इसे करने के लिए, सबसे पहले अपनी आँखें बंद करें और एक आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं। फिर, अपनी उँगलियों से कान के बाहर के हिस्से को हल्के से बंद करें और गहरी सांस लें। सांस छोड़ते समय, एक मधुर गुंजन की ध्वनि निकालें जैसे कि मधुमक्खी की आवाज़ हो। इस प्रक्रिया को 5-10 बार दोहराएं। भ्रामरी प्राणायाम आपके दिमाग को शांत करता है और सोने से पहले मानसिक तनाव को कम करता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
इन सरल प्राणायामों को सोने से 15 मिनट पहले नियमित रूप से करने से आप जल्दी और गहरी नींद का अनुभव कर सकते हैं। ये विधियाँ न केवल आपके शरीर और मन को शांति प्रदान करेंगी बल्कि आपकी नींद की समस्याओं का समाधान भी कर सकती हैं।
अंत में, यदि आप नींद से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो एक बार इन प्राणायामों को आज़माना न भूलें। आपके बेहतर स्वास्थ्य और संतुलित नींद के लिए ये छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव ला सकते हैं।