नई दिल्ली: आंवला, जिसे भारतीय गोजी बेरी भी कहा जाता है, अपने उच्च पोषण तत्त्वों के कारण आयुर्वेद में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह फल विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट्स, और अन्य कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। आंवला का जूस स्वास्थ्य के लिए विशेष लाभकारी माना जाता है। इस लेख में हम आंवला का जूस बनाने की विधि और इसके स्वास्थ्य लाभों पर चर्चा करेंगे।
आंवला का जूस बनाने की विधि:
1. सामग्री:
- 4-5 ताजे आंवले
- 1 कप पानी
- 1 चम्मच शहद (स्वाद अनुसार)
- 1 नींबू (वैकल्पिक)
- 1 चुटकी काला नमक (स्वाद अनुसार)
2. विधि:
1. सबसे पहले आंवले को अच्छे से धो लें और उनके बीज निकाल दें।
2. आंवले के टुकड़ों को एक ब्लेंडर में डालें और उसमें 1 कप पानी डालें।
3. ब्लेंडर को चालू करें और आंवले को अच्छे से पीस लें।
4. अब मिश्रण को एक छानने वाले कपड़े या जाली से छान लें, जिससे जूस और गूदे को अलग किया जा सके।
5. जूस को एक गिलास में डालें और स्वाद अनुसार शहद, नींबू का रस और काला नमक मिला लें।
6. अच्छे से हिला लें और ताजे आंवला जूस का आनंद लें।
आंवला जूस के फायदे:
1. विटामिन C का खजाना: आंवला का जूस विटामिन C से भरपूर होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है और रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाता है।
2. पाचन में सुधार: आंवला जूस का नियमित सेवन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक होता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है।
3. त्वचा और बालों के लिए लाभकारी: आंवला में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C की भरपूर मात्रा त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करती है और बालों को मजबूत बनाती है।
4. दिल की सेहत: आंवला जूस हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है, रक्तदाब को नियंत्रित करता है और कोलेस्ट्रॉल स्तर को संतुलित करता है।
5. मधुमेह नियंत्रण: आंवला जूस का सेवन रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है, जिससे मधुमेह रोगियों को लाभ होता है।
6. वजन नियंत्रण: आंवला जूस में कम कैलोरीज और उच्च फाइबर सामग्री होती है, जो वजन घटाने में सहायक हो सकती है।
आंवला का जूस न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी है। इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करके आप कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान रखें कि ताजे और काले आंवले का जूस बनाना सबसे अच्छा होता है ताकि आप इसके सभी पोषक तत्व प्राप्त कर सकें।