मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश – दहेज के लिए अत्याचार और हिंसा के एक और दिल दहलाने वाले मामले में, मुरादाबाद के यूपी पुलिस के सिपाही विक्रम सिंह पर अपनी पत्नी को भयानक यातनाएं देने का आरोप लगा है। पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि उसे गर्म पेचकस से दागा गया, उसके नाखून उखाड़ दिए गए, और उसे कई बार करंट से झटके दिए गए। यह मामला केवल शारीरिक यातनाओं तक ही सीमित नहीं था, बल्कि उसे जबरदस्ती शराब पिलाने और लगातार मानसिक प्रताड़ना का भी सामना करना पड़ा।
पीड़िता ने बताया कि विक्रम सिंह और उसके परिवार ने दहेज की मांग को लेकर उस पर लगातार अत्याचार किया। इस दौरान उसे कभी गर्म पेचकस से जलाया गया, तो कभी उसके नाखून बेरहमी से उखाड़ दिए गए। उसे करंट के झटके दिए गए और उसकी हालत दिन-प्रतिदिन बिगड़ती चली गई। इसके अलावा, पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि उसे जबरदस्ती बियर पिलाई गई और उसे लगातार शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
पीड़िता के अनुसार, इस अमानवीय अत्याचार में विक्रम सिंह के परिवार के सदस्य भी शामिल थे। उन्होंने न केवल यातनाएं देने में हिस्सा लिया, बल्कि इस हिंसा को बढ़ावा भी दिया। पीड़िता ने बताया कि कभी वायर से तो कभी तार से उसे बेरहमी से पीटा गया। इस तरह के अमानवीय व्यवहार से पीड़िता का जीवन अंधकारमय हो गया है।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़िता के बयान के आधार पर विक्रम सिंह और उसके परिवार के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
यह घटना एक बार फिर से समाज में महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर सवाल खड़े करती है। दहेज के लिए हो रहे इस प्रकार के अत्याचार को रोकने के लिए कानून व्यवस्था को और भी सख्त बनाने की आवश्यकता है। समाज को भी महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ जागरूक होने और उनके हक की लड़ाई में शामिल होने की जरूरत है।
मुरादाबाद में घटित इस दर्दनाक घटना ने समाज के सामने एक बार फिर से महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की गंभीरता को उजागर किया है। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि महिलाओं के साथ होने वाली इस तरह की हिंसा को रोका जा सके और उन्हें एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार मिल सके।