बदलापुर के एक प्राथमिक विद्यालय में जो हुआ, उसने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। यहां के एक सरकारी स्कूल में कार्यरत सफाई कर्मी अक्षय शिंदे पर 4 साल की दो मासूम बच्चियों के साथ यौन शोषण करने का गंभीर आरोप लगा है। यह घटना स्कूल के बाथरूम में हुई, जहां बच्चियां टॉयलेट के लिए गई थीं।
घटना का खुलासा तब हुआ, जब बच्चियों ने अपने घर जाकर गुप्तांगों में दर्द की शिकायत की। पहले तो परिवार वालों को लगा कि शायद यह सामान्य दर्द है, लेकिन जब बच्चियों ने स्कूल में हुए अत्याचार की दास्तान सुनाई, तो सभी के होश उड़ गए। बच्चियों ने बताया कि टॉयलेट के दौरान सफाई कर्मी ने उनके गुप्तांगों को जबरन दबाया। इस घिनौनी हरकत से बच्चियां इतनी डरी हुई थीं कि उन्होंने स्कूल जाने से साफ मना कर दिया।
4 साल की दो बच्चियों का स्कूल के बाथरूम में 'अक्षय शिंदे' ने किया यौन शोषण
— Kavish Aziz (@azizkavish) August 20, 2024
बदलापुर के स्कूल में अक्षय शिंदे सफाई कर्मी है।
दो बच्चियों के गुप्तांगो में दर्द हुआ, परिवार वालों ने पूछा तो उन्होंने बताया कि टॉयलेट जाने पर सफाई कर्मी ने उनके गुप्तांगों को दबाया.
बच्चियों इतनी डरी… pic.twitter.com/JeRjBXlz3T
परिवार ने तुरंत इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई, लेकिन उन्हें न्याय पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। शिकायत दर्ज कराने गए बच्चियों के परिजनों को थाने में लगभग 12 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। पुलिस ने मामले को गंभीरता से न लेते हुए FIR दर्ज करने में ढिलाई बरती, जिससे परिजनों को गहरी निराशा हुई।
जब मेडिकल जांच करवाई गई, तो उसमें यह पुष्टि हुई कि बच्चियों के साथ यौन शोषण हुआ है। मेडिकल रिपोर्ट सामने आते ही पूरे शहर में आक्रोश फैल गया।
इस घटना के बाद से बदलापुर में गुस्से की लहर दौड़ गई। आक्रोशित लोगों ने न्याय की मांग करते हुए बदलापुर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया। गुस्साए नागरिकों ने मुंबई जाने वाली ट्रेन के रास्ते को ब्लॉक कर दिया, जिससे रेल यातायात भी प्रभावित हुआ। प्रदर्शनकारी लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और दोषी अक्षय शिंदे को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।
इस घटना ने न सिर्फ बदलापुर के लोगों को, बल्कि पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना बताती है कि हमारे समाज में मासूम बच्चों की सुरक्षा के लिए अब भी बहुत कुछ करना बाकी है। पुलिस प्रशासन की ढिलाई और स्कूल प्रशासन की लापरवाही ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और दोषियों को कब तक सजा मिलती है।