सांकेतिक चित्र
पटना, 18 अगस्त 2024: पटना में हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें दूध में गंदे नाले का पानी मिलाए जाने का खुलासा हुआ है। फूड सेफ्टी विभाग की टीम ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल छापेमारी की, और जो खुलासा हुआ, उसने सभी को हैरान कर दिया।
घटना की शुरुआत एक वायरल वीडियो से हुई, जिसमें एक व्यक्ति को गंदे नाले का पानी दूध में मिलाते हुए दिखाया गया था। इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया और लोगों में आक्रोश की लहर दौड़ गई। वीडियो के वायरल होने के बाद, फूड सेफ्टी विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई की और दूध के पैकेटों के सैंपल लिए।
पटना: फूड सेफ्टी विभाग की छापेमारी में खुलासा।
— News18 Bihar (@News18Bihar) August 17, 2024
दूध में गंगा में गिरने वाले नाले के पानी का धड़ल्ले से किया जा रहा उपयोग। pic.twitter.com/Wcy6DLnre5
जांच के दौरान, दूध बेचने वाले कई व्यक्तियों ने स्वीकार किया कि वे दूध में गंगा नदी के बाढ़ का पानी मिलाते हैं। लेकिन जांच टीम की रिपोर्ट के अनुसार, यह खुलासा हुआ कि दूध में गंगा में गिरने वाले गंदे नाले के पानी का भी मिश्रण किया जा रहा था। यह खुलासा न केवल आम जनता के लिए, बल्कि विभाग के अधिकारियों के लिए भी बेहद चौंकाने वाला था।
इस घटना ने पटना के लोगों में गुस्सा भर दिया है, खासकर जब रक्षाबंधन का त्यौहार पास आ रहा है। इस त्यौहार पर लोग बड़े पैमाने पर मिठाइयों और दूध की खरीदारी करते हैं, और ऐसे में इस तरह की मिलावटखोरी उनकी सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकती है।
फूड सेफ्टी विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार से भी अपील की गई है कि इस प्रकार की मिलावटखोरी करने वालों पर सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
पटना में इस घटना के बाद जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, ताकि लोग अपने खाने-पीने की चीजों के प्रति सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना संबंधित अधिकारियों को दें। ऐसे मामलों में जनता की भी जिम्मेदारी बनती है कि वे खुद भी सतर्क रहें और इस तरह की मिलावटखोरी को रोकने में अपना योगदान दें।
इस घटना ने न केवल लोगों की सेहत को खतरे में डाला है, बल्कि रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्यौहार की मिठास को भी फीका कर दिया है। अब देखना होगा कि सरकार और संबंधित विभाग इस मामले में कितनी सख्त कार्रवाई करते हैं और दोषियों को क्या सजा मिलती है।