भारत की प्रमुख महिला पहलवान विनेश फोगाट की अयोग्यता के मामले पर कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में चल रही सुनवाई पूरी हो गई है। शनिवार से पहले ही इस पर फैसला आने की संभावना जताई जा रही है, और अगर अपील सफल होती है, तो विनेश को सिल्वर मेडल मिल सकता है।
इस महत्वपूर्ण मामले में, विनेश फोगाट ने खुद अपनी अयोग्यता के खिलाफ अपील दायर की थी। उनकी दलीलें और तर्क सीएएस के सामने प्रस्तुत किए गए हैं, जिन पर अब फैसला सुनाया जाएगा।
विनेश फोगाट की ओर से प्रस्तुत की गई दलीलें इस प्रकार हैं:
1. धोखाधड़ी का आरोप अस्वीकार: विनेश फोगाट ने अदालत के सामने यह तर्क पेश किया कि उन्होंने किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं की है और इसलिए उन्हें सिल्वर मेडल प्रदान किया जाना चाहिए।
2. शारीरिक वजन का मुद्दा: विनेश ने बताया कि शरीर का वजन बढ़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसमें उनका कोई हस्तक्षेप नहीं था। उन्होंने यह भी दावा किया कि एथलीट के रूप में शरीर की देखभाल करना उनका अधिकार है और इसे अनुशासनिक उल्लंघन नहीं माना जाना चाहिए।
3. पहले दिन के मानक: विनेश ने तर्क दिया कि प्रतियोगिता के पहले दिन उनका वजन मानकों के अनुसार था। पौष्टिक आहार लेना उनका मौलिक अधिकार है, और इसके आधार पर उनकी अयोग्यता का कोई औचित्य नहीं बनता।
इस मामले का फैसला विनेश फोगाट के लिए एक बड़ी राहत का संकेत हो सकता है। यदि उनकी अपील स्वीकार कर ली जाती है, तो उन्हें उनके प्रयासों और प्रदर्शन के लिए सिल्वर मेडल प्राप्त होगा। इस बीच, पूरे देश की नजरें CAS के फैसले पर टिकी हुई हैं, जो भारतीय खेलों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण हो सकता है।