बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में आवास विकास परिषद द्वारा एक शिव मंदिर को ध्वस्त करने की कार्रवाई ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद भाजपा विधायक मीनाक्षी सिंह ने अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर अधिकारी सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, तो वे जूता निकालकर उन्हें ऐसा सबक सिखाएंगी कि वे कभी न भूलें।
मामला आवास विकास कॉलोनी का है, जहां आवास विकास परिषद के अधिकारियों ने एक मंदिर के चबूतरे को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई ने क्षेत्रीय निवासियों में गुस्सा पैदा कर दिया, और कई लोग विरोध प्रदर्शन करने लगे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बिना किसी पूर्व सूचना और उचित कार्रवाई के यह धार्मिक स्थल ध्वस्त कर दिया गया, जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।
उत्तर प्रदेश : बुलंदशहर में आवास विकास परिषद ने एक मंदिर ध्वस्त कर दिया।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 6, 2024
BJP विधायक मीनाक्षी सिंह ने आवास विकास अधिकारियों से कहा– "सबसे माफी मागों, वरना यहीं जूता निकालकर इतना मारेंगे कि भूल जाओगे" pic.twitter.com/6GPRG3n5Z5
बीजेपी विधायक मीनाक्षी सिंह मौके पर पहुंचीं और उन्होंने अधिकारियों से सख्त शब्दों में कहा कि वे अपनी कार्रवाई के लिए माफी मांगें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर माफी नहीं मांगी जाती, तो वे खुद जूता निकालकर अधिकारियों को सबक सिखाएंगी। उनकी इस बयानबाजी ने पूरे मामले को और तूल दे दिया है और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
स्थानीय निवासी और धार्मिक संगठन इस घटनाक्रम से अत्यंत नाराज हैं। वे मांग कर रहे हैं कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और मंदिर को पुनः बनवाया जाए। इस मामले ने अब एक धार्मिक और राजनीतिक मोड़ ले लिया है, और इसका प्रभाव आगामी चुनावों पर भी पड़ सकता है।
अधिकारियों ने इस कार्रवाई को अवैध निर्माण के खिलाफ उठाए गए कदम के रूप में बताया है, लेकिन धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने की वजह से उनकी कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। क्षेत्रीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की है, लेकिन विवाद और विरोध जारी है।
इस घटना के बाद, क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ आने की संभावना है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस मामले को किस दिशा में ले जाती है।