उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां यूपी पुलिस के सिपाही नरेश कुमार को एक महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया। यह घटना तब घटी जब महिला का पति अचानक घर पहुंचा और उसे सिपाही के साथ कमरे में पाया। गुस्से में आकर महिला के पति ने सिपाही नरेश कुमार को कमरे में बंद कर दिया और पुलिस को इस बारे में सूचित किया।
घटना के अनुसार, महिला कुछ समय पहले अपने पति की शिकायत लेकर पुलिस स्टेशन गई थी। उसी समय से उसकी और सिपाही नरेश कुमार के बीच बातचीत शुरू हो गई थी। बातचीत धीरे-धीरे एक व्यक्तिगत संबंध में बदल गई, जिसके परिणामस्वरूप यह विवादास्पद घटना सामने आई।
घटना के तुरंत बाद, इलाके में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग घर के बाहर इकट्ठा हो गए। महिला के पति ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
उत्तर प्रदेश : जिला अमरोहा में यूपी पुलिस का सिपाही नरेश कुमार एक घर में महिला संग आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया। महिला के पति ने सिपाही को कमरे में बंद किया। सिपाही सस्पेंड हुआ।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 16, 2024
ये महिला अपने पति की शिकायत लेकर पुलिस के पास गई थी, तभी से उसकी सिपाही बातचीत शुरू हो गई थी। pic.twitter.com/tnprrm3YkK
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने सिपाही नरेश कुमार को हिरासत में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। प्राथमिक जांच में यह पाया गया कि सिपाही और महिला के बीच कुछ समय से संपर्क था, लेकिन यह संबंध इस हद तक बढ़ जाएगा, इसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और सिपाही नरेश कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा, इस मामले की विस्तृत जांच के आदेश भी दिए गए हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस तरह की घटनाएं न केवल पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करती हैं, बल्कि समाज में भी एक नकारात्मक संदेश देती हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि इस मामले में निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने अमरोहा जिले में एक बार फिर से पुलिस की नैतिकता और उनकी जिम्मेदारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस विभाग से जुड़े लोग जहां कानून का पालन करवाने के लिए जिम्मेदार होते हैं, वहीं ऐसी घटनाएं समाज में विश्वास की कमी को जन्म देती हैं।
स्थानीय निवासियों ने भी इस घटना पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है और मांग की है कि पुलिस विभाग ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।