कानपुर, 17 अगस्त 2024: कानपुर और भीमसेन स्टेशन के बीच शुक्रवार की शाम एक बड़ा हादसा होने से टल गया जब ट्रेन संख्या 19168, साबरमती एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। यह घटना कानपुर स्टेशन से लगभग 10 किलोमीटर दूर ब्लॉक सेक्शन में हुई। हालांकि, राहत की बात यह है कि अभी तक घटनास्थल से किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है।
हादसा शाम करीब 5:30 बजे हुआ जब साबरमती एक्सप्रेस अहमदाबाद से गोरखपुर जा रही थी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ट्रेन की चार बोगियां पटरी से उतर गईं, जिससे रेलवे ट्रैक को काफी नुकसान हुआ है। दुर्घटना के तुरंत बाद रेलवे के उच्च अधिकारियों और तकनीकी कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू कर दिया गया।
घटना के बाद रेलवे ने तुरंत ही कानपुर-झाँसी रेलखंड पर सभी ट्रेनों की आवाजाही को रोक दिया, जिससे कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित करना पड़ा और कुछ ट्रेनों को रद्द भी किया गया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रैक की मरम्मत का कार्य तेजी से किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द यातायात को सामान्य किया जा सके।
रेलवे ने इस दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है, जो यह पता लगाएगी कि ट्रेन पटरी से कैसे उतरी। प्राथमिक जांच में ट्रैक में कुछ तकनीकी खामी का अंदेशा जताया जा रहा है, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि सही कारणों का पता जांच पूरी होने के बाद ही चलेगा।
#WATCH उत्तर प्रदेश | कानपुर और भीमसेन स्टेशन के बीच ब्लॉक सेक्शन में ट्रेन संख्या 19168, साबरमती एक्सप्रेस पटरी से उतर गई।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 17, 2024
अभी तक घटनास्थल से किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है। pic.twitter.com/4lv20YAEfO
साबरमती एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्रियों के लिए रेलवे ने विशेष बसों की व्यवस्था की है, ताकि उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके। इसके अलावा, दुर्घटना के कारण परेशान यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, ताकि वे अपने परिजनों को अपनी स्थिति की जानकारी दे सकें।
रेल मंत्री ने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए यात्रियों की सुरक्षा के लिए उठाए गए त्वरित कदमों की प्रशंसा की और दुर्घटना की गहन जांच के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि घटना के सभी पहलुओं की गहराई से जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस दुर्घटना ने एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि इस बार किसी के हताहत न होने से बड़ी राहत मिली है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे को और भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।