ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे आम रूप से पाया जाने वाला कैंसर है, और इसके लिए कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। एक ऐसा कारक है सेक्स हार्मोन के स्तर में बढ़ावा, जिससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। यहां हम इस बारे में विस्तार से बात करेंगे और जानेंगे कि इस स्थिति से बचने के क्या तरीके हो सकते हैं।
क्यों होता है सेक्स हार्मोन का बढ़ावा?
महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के विकास में हार्मोनल अंतरंगता का एक महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। सेक्स हार्मोन जैसे कि एस्ट्रोजन और प्रोगेस्ट्रोन, जो गर्भाशय के शिक्षा में बढ़ावा कर सकते हैं, ब्रेस्ट सेल्स को बढ़ावा देने में सहायक हो सकते हैं। अगर इन हार्मोनों के स्तर में असंतुलन हो या इनका बढ़ावा होता है, तो ब्रेस्ट सेल्स में असामान्य विकास हो सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर के कारण:
हॉर्मोनल असंतुलन: सेक्स हार्मोनों के स्तर में असंतुलन ब्रेस्ट सेल्स में असामान्य विकास का कारण बन सकता है, जिससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
गर्भाशय का बढ़ावा: प्रेग्नेंसी, गर्भावस्था, या हॉर्मोनल और शारीरिक परिवर्तन भी सेक्स हार्मोनों के स्तर में परिवर्तन ला सकते हैं, जो कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
विरासत: कुछ मामलों में, अगर परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर है, तो इसका खतरा ज्यादा हो सकता है। यह भी हार्मोनल परिवर्तनों के कारण हो सकता है।
बढ़ती उम्र: जैसे ही महिला की उम्र बढ़ती है, हार्मोनल बदलाव भी होते रहते हैं, जिससे कैंसर के खतरे में वृद्धि हो सकती है।
बचाव के तरीके:
नियमित स्क्रीनिंग: ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग और टेस्टिंग नियमित रूप से करवाना बहुत महत्वपूर्ण है, विशेषकर उन महिलाओं के लिए जिनके परिवार में कैंसर के मामले हैं।
स्वस्थ आहार: एक स्वस्थ आहार जो हार्मोनल स्तर को संतुलित रखे, ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।
नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम और शारीरिक गतिविधियां भी हार्मोनल स्तर को नियंत्रित रखने में मदद कर सकती हैं।
दवाओं का सही इस्तेमाल: कुछ मामलों में, डॉक्टर द्वारा सिफारिश के अनुसार हार्मोनल दवाओं का सही इस्तेमाल भी कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है।