मैनपुरी, 21 जुलाई: मैनपुरी में करहल के चेयरमैन अब्दुल नईम के अवैध मैरिज हॉल पर प्रशासन ने बुल्डोजर चला दिया। अब्दुल नईम, जो कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अखिलेश यादव और आजम खान के करीबी माने जाते हैं, के इस मैरिज हॉल का निर्माण तालाब की जमीन पर किया गया था।
प्रशासन की इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि अब्दुल नईम द्वारा बनाए गए इस मैरिज हॉल का निर्माण बिना किसी वैध अनुमति और तालाब की जमीन पर किया गया था, जो कि पर्यावरणीय नियमों और सरकारी आदेशों का उल्लंघन है।
मैनपुरी में अखिलेश यादव व आजम खान के करीबी करहल चेयरमैन अब्दुल नईम के अवैध मैरिज हॉल पर चला बुल्डोजर। तालाब की जमीन पर बना था मैरिज हॉल। pic.twitter.com/9KzWmW5Ivd
— SANJAY TRIPATHI (@sanjayjourno) July 21, 2024
संपत्ति की जांच के बाद, जिला प्रशासन ने इसे ध्वस्त करने का निर्णय लिया। बुल्डोजर की सहायता से मैरिज हॉल को ध्वस्त किया गया और जमीन को पुनः तालाब की स्थिति में लाने की प्रक्रिया शुरू की गई।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि तालाब की जमीन पर इस प्रकार के अवैध निर्माण से पानी की निकासी में समस्याएं उत्पन्न हो रही थीं और पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा था। इस कार्रवाई से लोगों में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है और वे आशा कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसे अवैध निर्माणों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मैनपुरी के जिलाधिकारी ने बताया कि अवैध निर्माण के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा और किसी भी प्रकार के गैरकानूनी कब्जों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सरकारी जमीनों पर किसी भी प्रकार का निर्माण करने से पहले सभी आवश्यक अनुमति प्राप्त करें।
इस कार्रवाई से समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच भी हलचल मची हुई है। अखिलेश यादव और आजम खान के करीबी अब्दुल नईम का यह मैरिज हॉल गिराए जाने के बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। विपक्षी दलों ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है, जबकि प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से नियमों के तहत की गई है।
इस घटना ने मैनपुरी में अवैध निर्माणों के खिलाफ अभियान को एक नई दिशा दी है और प्रशासन की सख्ती का संकेत दिया है। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में इस अभियान का क्या प्रभाव पड़ता है और क्या ऐसे और भी अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की जाती है।