रुद्राक्ष को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रुद्राक्ष धारण करने से अनेक लाभ होते हैं। ग्रहों की शांति, रोगों से मुक्ति, समृद्धि और मोक्ष प्राप्ति के लिए रुद्राक्ष धार ण किया जाता है। लेकिन रुद्राक्ष धारण करने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है।
1. रुद्राक्ष की खरीद:
रुद्राक्ष हमेशा प्रमाणित दुकान से खरीदें।
रुद्राक्ष को स्पर्श करके देखें, अच्छा गुणवत्ता वाला रुद्राक्ष चिकना और भारी होता है।
रुद्राक्ष पर कोई दरार या कट नहीं होना चाहिए।
2. रुद्राक्ष की संख्या:
रुद्राक्ष की माला में कम से कम 1 मुखी रुद्राक्ष होना चाहिए।
अधिक मुखी रुद्राक्ष अधिक लाभ देते हैं।
अपनी इच्छा और जन्म नक्षत्र के अनुसार रुद्राक्ष की संख्या चुन सकते हैं।
3. रुद्राक्ष को धारण करने की विधि:
रुद्राक्ष धारण करने से पहले 24 घंटे के लिए गंगाजल या दूध में भिगोकर रखें।
रुद्राक्ष को मंत्र से भेद करें।
सोमवार या मंगलवार को सूर्योदय के समय ध्यान करके रुद्राक्ष धारण करें।
रुद्राक्ष को हमेशा स्वच्छ रखें और नियमित रूप से मंत्र का जाप करें।
4. रुद्राक्ष धारण करने के नियम:
रुद्राक्ष धारण करने के बाद मांस, मदिरा और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और नियमित रूप से स्नान करना चाहिए।
रुद्राक्ष को किसी अशुद्ध वस्तु से स्पर्श नहीं होने देना चाहिए।
5. रुद्राक्ष के लाभ:
रुद्राक्ष धारण करने से ग्रहों की शांति होती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
रुद्राक्ष धारण करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
रुद्राक्ष धारण करने से मन शांत रहता है और एकाग्रता बढ़ती है।
रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को भाग्य का सहयोग मिलता है और वह जीवन में सफल होता है।
निष्कर्ष:
रुद्राक्ष केवल एक माला नहीं है, बल्कि यह एक शक्तिशाली ऊर्जा स्त्रोत है। रुद्राक्ष धारण करने से