दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में अपने प्रचार-प्रसार के लिए मशहूर विकास दिव्यकीर्ति के खिलाफ एक गंभीर आरोप सामने आया है। विकास दिव्यकीर्ति, जो अपनी कोचिंग संस्थान के लिए प्रसिद्ध हैं, अब एक नई विवादास्पद स्थिति में आ गए हैं। जानकारी के अनुसार, दिव्यकीर्ति ने बेसमेंट में 300 स्टूडेंट्स के लिए कोचिंग सेंटर चला रखा था, जिसे आज दिल्ली नगर निगम (MCD) ने सील कर दिया है।
इस घटना ने दिल्ली के शिक्षा जगत में एक नया विवाद पैदा कर दिया है। लाखों रुपये की फीस वसूलने वाले इस कोचिंग सेंटर में स्टूडेंट्स की सुरक्षा और सुविधा को नजरअंदाज किया गया। बेसमेंट में कोचिंग चलाने की यह खबर सुनकर कई लोगों ने सवाल उठाए हैं कि इतनी बड़ी फीस वसूलने के बावजूद कोचिंग सेंटर की व्यवस्था इतनी अव्यवस्थित क्यों थी।
अब कहें तो कहें क्या करें तो करें क्या! दिव्य ज्ञान देने वालों से तो ऐसी उम्मीद नहीं थी! 👇
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) July 29, 2024
दिल्ली : विकास दिव्यकीर्ति भी बेसमेंट में 300 स्टूडेंट्स का कोचिंग चला रहे थे। MCD ने आज ये कोचिंग सेंटर सील कर दिया है। @SachinGuptaUP
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दिव्यकीर्ति के घर का घेराव करने वाले छात्रों और उनके समर्थकों ने इस मुद्दे को लेकर सख्त विरोध जताया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब फीस इतनी ज्यादा ली जाती है, तो फिर स्टूडेंट्स की सुविधा और सुरक्षा की जिम्मेदारी क्यों नहीं ली जाती? क्या यह सही है कि लोगों के भविष्य के साथ इस तरह से खिलवाड़ किया जाए?
विकास दिव्यकीर्ति के खिलाफ उठते सवालों को लेकर सरकार और प्रशासन ने भी गंभीरता से विचार करना शुरू कर दिया है। कई लोगों का मानना है कि इस तरह की संस्थाओं पर सख्त बैन और निगरानी की आवश्यकता है ताकि स्टूडेंट्स को उचित शिक्षा और सुरक्षित वातावरण मिल सके।
इस पूरे घटनाक्रम ने शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता और गुणवत्ता की आवश्यकता को एक बार फिर से उजागर कर दिया है। लोगों ने सोशल मीडिया पर भी अपनी राय व्यक्त की है और इस मुद्दे पर सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील की है। आपकी राय इस मामले में क्या है? कमेंट में जरूर बताएं।