हाथरस, 3 जुलाई 2024 – प्रसिद्ध विचारक, इतिहास पाठक, समाजिक कार्यकर्ता और मानवतावादी भानु नंद ने एक ट्वीट करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगा है। भानु नंद ने लिखा कि हाथरस में एक बड़ी घटना घटी है, जिसमें स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की कमी के कारण 121 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने इसके लिए योगी सरकार और भाजपा की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है।
भानु नंद ने अपने ट्वीट में लिखा, "हाथरस में एक बड़ी घटना घटी है, यह भाजपा और योगी सरकार की लापरवाही की वजह से हुई है। जनता चीख चीख कर कह रही है कि अगर पर्याप्त स्वास्थ्य व्यवस्थाएं होतीं तो इतनी जानें नहीं जातीं। सीएम योगी जी, अगर थोड़ी सी भी मानवता है, इंसानियत है तो इस्तीफा दें।"
सूत्रों के अनुसार, हाथरस में एक सत्संग कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 121 लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी की शिकायत की और कहा कि अगर बेहतर इंतजाम होते तो इतनी बड़ी त्रासदी नहीं होती।
हाथरस में एक बड़ी घटना घटना हुई यह भाजपा एंव योगी सरकार की लापरवाही की वजह से हुई है जनता चीख चीख कर कह रही
— Bhanu Nand (@BhanuNand) July 2, 2024
अगर पर्याप्त स्वास्थ्य व्यवस्थाएं होती तो इतनी जाने नहीं जाती, सीएम योगी जी अगर थोड़ी सी भी मानवता है, इंसानियत है तो इस्तीफा दो#hathrash #BigBreaking #हाथरस #hathras pic.twitter.com/FFxXF8conZ
इस घटना ने राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। भानु नंद जैसे समाजिक कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सरकार की लापरवाही और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण ही इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर शोक व्यक्त किया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का भी ऐलान किया है, लेकिन भानु नंद और अन्य समाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सिर्फ मुआवजा देना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि सरकार को अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।
इस घटना ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है और लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और कैसे जनता के गुस्से को शांत करती है।