गर्भाशय का कैंसर महिलाओं में होने वाला एक आम कैंसर है। यह कैंसर गर्भाशय की आंतरिक परत, जिसे एंडोमेट्रियम कहा जाता है, में शुरू होता है।
यह कैंसर किसी भी उम्र की महिलाओं को हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में होता है। गर्भाशय के कैंसर के शुरुआती चरणों में अक्सर कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं, लेकिन जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं:
असामान्य योनि रक्तस्राव: यह गर्भाशय के कैंसर का सबसे आम लक्षण है। इसमें मासिक धर्म के बीच रक्तस्राव, भारी मासिक धर्म रक्तस्राव, या रजोनिवृत्ति के बाद रक्तस्राव शामिल हो सकता है।
पेट में दर्द या ऐंठन: यह कैंसर के बढ़ने और आसपास के ऊतकों में फैलने के कारण हो सकता है।
योनि से सफेद या भूरे रंग का स्राव: यह कैंसर कोशिकाओं से हो सकता है जो मर रही हैं और योनि से निकल रही हैं।
पेशाब करने या मल त्याग करने में कठिनाई: यह कैंसर के बढ़ने और आसपास के अंगों को प्रभावित करने के कारण हो सकता है।
यदि आपको ये कोई भी लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है। गर्भाशय के कैंसर का जल्दी पता लगाने से सफल उपचार की संभावना बढ़ जाती है।
गर्भाशय के कैंसर के खतरे को कम करने के लिए आप कुछ चीजें कर सकती हैं:
अपने डॉक्टर से नियमित रूप से जांच करवाएं: यदि आप 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिला हैं, तो अपने डॉक्टर से हर साल पाप स्मीयर टेस्ट करवाना सुनिश्चित करें।
स्वस्थ वजन बनाए रखें: मोटापे से गर्भाशय के कैंसर के खतरे को बढ़ाने का खतरा होता है।
नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम करने से गर्भाशय के कैंसर सहित कई प्रकार के कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।
धूम्रपान न करें: धूम्रपान करने से गर्भाशय के कैंसर सहित कई प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें: यदि आप रजोनिवृत्ति के बाद HRT ले रही हैं, तो अपने डॉक्टर से गर्भाशय के कैंसर के खतरों और लाभों के बारे में बात करें।
गर्भाशय का कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन जल्दी पता लगाने और इलाज से इसकी सफलतापूर्वक जिंदा रहने की संभावना काफी बढ़ जाती है। यदि आपको कोई भी जोखिम कारक है या आपको कोई लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है।