मशहूर DSP ने हाल ही में ट्विटर पर लिखते हुए कहा कि वे मुस्लिम दुकानों से खरीदारी करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि वे बचपन से मुस्लिम दुकानों से सामान खरीदते आ रहे हैं और आगे भी ऐसा ही करेंगे। जो लोग मुस्लिमों से सामान न खरीदने की सलाह देते हैं, उन्हें रजक ने कुछ सवाल पूछने का सुझाव दिया है।
1. क्या आप तेल और गैस खरीदना बंद कर सकते हैं? क्यूंकि ये मुस्लिम देशों से आता है।
2. क्या पाम ऑयल के बिना जिंदगी चला लेंगे? ये भी इंडोनेशिया और मलेशिया जैसे मुस्लिम देशों से आता है।
3. क्या आप किचन में हींग का इस्तेमाल बंद कर सकते हैं? हींग का भी लगभग 100% आयात मुस्लिम देशों से होता है।
4. खजूर, ड्राई फूड्स और अनगिनत खाने-पीने की चीज़ें मुस्लिम देशों से आती हैं। क्या आप इन्हें खरीदना बंद कर सकते हैं?
रजक ने इस बात पर भी जोर दिया कि मुसलमान मतलब पाकिस्तान नहीं होता। दुनिया में 190 करोड़ मुस्लिम आबादी है जिसमें पाकिस्तान में मात्र 23 करोड़ लोग हैं।
हम तो मुस्लिमो के दूकानों से समान खरीदना जारी रखेंगे। क्योंकी बचपन से हम खरीदते आ रहे हैं। जो कोई मुस्लिमों से सामान न खरीदने की सलाह दे उनसे तुरन्त ये सवाल ज़रूर पूछें।
— Kishore Kumar Rajak (@dspkishor) July 23, 2024
1.क्या आप तेल और गैस खरीदना बंद कर सकते हैं? क्योंकी ये मुस्लिम देशों से आता है।
2.क्या पाम ऑयल के बिना जिंदगी… pic.twitter.com/RJA7LCKRvV
इंडोनेशिया: हिंदू-मुस्लिम सांस्कृतिक मेल
दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश इंडोनेशिया है, जहां हिंदुओं की आबादी करीब 2 प्रतिशत है। लेकिन यहां हिंदू धर्म की संस्कृति समाज में रची बसी है। इसके कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं:
1. इंडोनेशिया का राष्ट्रीय प्रतीक गरुड़ है।
2. यहां के सरकारी नोटों में भगवान गणेश दिखाई देते हैं।
3. इंडोनेशिया की सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक, बांदुंग इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, में भी गणेश जी की तस्वीर को प्रतीक (लोगो) के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
4. इंडोनेशिया की एयरलाइंस का नाम भी गरुड़ एयरलाइंस है जिसमें गरुड़ की लोगो लगी है।
5. यहां हर साल रामायण का मंचन होता है। रामायण से जुड़े किरदारों को निभाने वालों में हिंदुओं के साथ मुस्लिम भी शामिल होते हैं।
6. इंडोनेशिया में मुस्लिम लोग हिंदू नाम भी रखते हैं। मध्य एशिया के मुस्लिम देशो में भी लोग हिंदू नाम रखना पसंद करते हैं।
7. इंडोनेशिया में कई शानदार प्राचीन हिंदू और बौद्ध मंदिर स्मारक देखने को मिलते हैं। इसीलिए जब रविन्द्र नाथ टैगोर 1929 में जावा में मेहमान बनकर वहांँ गए, तब उन्होंने कहा था, ‘मैं यहां पर हर तरफ़ भारत को देखता हूं, फिर भी उसे पहचान नहीं पाता हूं!’
मलेशिया और खाड़ी देशों में हिंदूओं की उपस्थिति
मलेशिया में भी हिंदुओं की आबादी करीब 7% है। खाड़ी के मुस्लिम देशों में 90 लाख के करीब भारतीय रहते हैं, जिनमें लाखों हिंदू भी शामिल हैं, जो यहां सम्मानजनक रोजगार करते हैं।
रजक ने आग्रह किया कि किसी भी धर्म के खिलाफ ऐसा कोई व्यवहार या बहिष्कार न करें जिससे दुनिया में हमारी छवि खराब हो। यह भारतीय संस्कृति और संस्कार के खिलाफ है। हम भारतीयों को दूसरे देशों में सम्मानपूर्वक रहना चाहिए और किसी तिरस्कार या घृणा का सामना नहीं करना चाहिए।