बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियों का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बुलंदशहर में ज्ञानचंद नामक व्यक्ति की कमर की हड्डी टूट गई और उन्हें एम्बुलेंस के अभाव में ठेले पर लादकर अस्पताल ले जाना पड़ा। यह घटना एक बार फिर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाती है।
ज्ञानचंद के परिवार वालों ने बताया कि जब ज्ञानचंद की हड्डी टूटी, तो उन्होंने तुरंत एम्बुलेंस सेवा के लिए कई बार कॉल किए। लेकिन हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लगी। एम्बुलेंस न मिलने के कारण, परिवार ने मजबूरन उन्हें ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचाया। यह तस्वीर, जिसमें ज्ञानचंद को ठेले पर ले जाया जा रहा है, इस बात का जीवंत प्रमाण है कि सरकारी सुविधाओं की कमी से आम जनता किस हद तक प्रभावित हो रही है।
यह तस्वीर बुलंदशहर का है, बुलंदशहर में ज्ञानचंद की कमर की हड्डी टूटी
— Priya singh (@priyarajputlive) July 29, 2024
अस्पताल जाने के लिए एम्बुलेंस नही मिली, जिसके बाद ज्ञानचंद्र के परिवार वालों ने उनको ठेलिया पर लाद कर अस्पताल ले गए pic.twitter.com/cXmrqXqpIT
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब एम्बुलेंस सेवा में ऐसी लापरवाही देखी गई हो। सरकारी दावे और योजनाओं के बावजूद, उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने के बजाय दिन-प्रतिदिन और भी खराब होती जा रही हैं। कई बार लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचने में घंटों का समय लग जाता है, जिससे कई जिंदगियों को खतरा होता है।
इस घटना ने यूपी सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है। सरकार द्वारा नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे एक बार फिर बेकार साबित हुए हैं। लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है और सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
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