नई दिल्ली: आज के तेज़-रफ्तार जीवन और मानसिक दबाव के चलते अवसाद (डिप्रेशन) एक आम समस्या बन गई है। तनाव, चिंता और अवसाद से राहत पाने के लिए लोग विभिन्न तरीकों को अपनाते हैं, लेकिन प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति योग और प्राणायाम ने इस क्षेत्र में अपनी प्रभावशीलता साबित की है। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित प्राणायाम का अभ्यास मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकता है। यहाँ पेश हैं पांच प्रभावशाली प्राणायाम विधियाँ जो अवसाद से मुक्ति पाने में सहायक हो सकती हैं:
1. अनुलोम-विलोम (नासिका प्राणायाम):
अनुलोम-विलोम प्राणायाम मानसिक तनाव को कम करने में अत्यधिक प्रभावी है। इसमें बाएं और दाएं नासिका नलिकाओं के माध्यम से साँस ली जाती है और छोड़ी जाती है, जिससे शरीर के भीतर संतुलन स्थापित होता है। रोजाना 10-15 मिनट इस प्राणायाम का अभ्यास अवसाद में कमी ला सकता है।
2. भस्त्रिका (बेलो प्राणायाम):
भस्त्रिका प्राणायाम में गहरी और जोरदार साँसों की प्रक्रिया होती है जो शरीर में ऊर्जा का संचार करती है। यह प्राणायाम तनाव को दूर करने और मानसिक स्पष्टता प्राप्त करने में सहायक होता है। इसे दिन में दो बार, 5-10 मिनट के लिए करना लाभकारी हो सकता है।
3. कपालभाति (स्कल शाइनिंग प्राणायाम):
कपालभाति प्राणायाम पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करके ताजगी और ऊर्जा प्रदान करता है। यह प्राणायाम अवसाद और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है। इसे 5-10 मिनट तक रोजाना करना चाहिए, खासकर सुबह के समय।
4. सूर्यभेदी प्राणायाम:
सूर्यभेदी प्राणायाम में एक नासिका के माध्यम से गहरी साँस ली जाती है और दूसरी नासिका से छोड़ी जाती है। यह प्राणायाम शरीर को गर्म करता है और मानसिक स्थिति को स्थिर करता है। इसे दिन में एक बार 10-15 मिनट के लिए करना फायदेमंद होता है।
5. शीर्षासन (हेडस्टैंड):
शीर्षासन में सिर के बल खड़े होकर शरीर को सीधा किया जाता है। यह प्राणायाम रक्त संचार को सुधारता है और दिमाग को ताजगी प्रदान करता है। हालांकि, इसे विशेषज्ञ की देखरेख में ही करना चाहिए और शुरुआत में केवल 1-2 मिनट के लिए ही इसे करें।
इन प्राणायाम विधियों के नियमित अभ्यास से न केवल अवसाद में कमी आ सकती है, बल्कि समग्र मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकता है। लेकिन, ध्यान रखें कि किसी भी प्राणायाम को शुरू करने से पहले एक चिकित्सक या योग विशेषज्ञ से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।
अपने जीवन में प्राणायाम को शामिल करके आप एक स्वस्थ और तनावमुक्त जीवन जी सकते हैं।