हमारे देश में पाखंड और अंधविश्वास का जाल वर्षों से फैला हुआ है, और इसका सबसे गहरा असर महिलाओं पर पड़ा है। इस स्थिति के पीछे मुख्य कारण अशिक्षा है, जो महिलाओं को इन धारणाओं और प्रथाओं का शिकार बना देती है। हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है जिसे "अभी तक का सबसे खतरनाक पाखंड को फैलाने वाला वीडियो" कहा जा रहा है। इस वीडियो में महिलाओं का अजीबोगरीब और विचित्र व्यवहार दिखाया गया है, जो यह संकेत देता है कि ये महिलाएं मानसिक रूप से परेशान हैं और उन्हें उचित चिकित्सा की आवश्यकता है, न कि किसी पाखंडी बाबा के झूठे आश्वासन की।
यह वीडियो हमारे समाज की विकट स्थिति को उजागर करता है जहां अज्ञानता और अशिक्षा के कारण महिलाएं ढोंगी बाबाओं का शिकार बनती हैं। इन बाबाओं का मुख्य उद्देश्य केवल अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए मासूम लोगों का शोषण करना होता है। वे धार्मिक और आध्यात्मिक भेष में आते हैं और भोली-भाली महिलाओं को अपनी जाल में फंसा लेते हैं। इस स्थिति को बदलने के लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर इन ढोंगी बाबाओं के खिलाफ खड़ा होना होगा और इन्हें समाज से उखाड़ फेंकने के लिए प्रयास करना होगा।
भारत में धार्मिक पाखंड कैंसर की तरह फैल चुका है और अब यह गरीब व अनपढ़ लोगों को पागलपन की ओर धकेल रहा हैं।pic.twitter.com/s58Z7tSma5
— Tribal Army (@TribalArmy) July 9, 2024
समाज में अशिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण महिलाएं आसानी से पाखंड और अंधविश्वास के चंगुल में फंस जाती हैं। इन बाबाओं द्वारा किए जाने वाले दावे और उनके दिखावे का मोह कई बार इतना प्रबल होता है कि महिलाएं अपने संकटों का समाधान इन्हीं बाबाओं में ढूंढने लगती हैं। इन ढोंगी बाबाओं का जाल इतना गहरा होता है कि महिलाएं अपनी समस्याओं का सही इलाज पाने के बजाय इन बाबाओं के झांसे में आ जाती हैं।
इस वीडियो में जो महिलाएं दिख रही हैं, वे सभी मानसिक और भावनात्मक रूप से परेशान हैं। वे किसी ढोंगी बाबा के आश्वासन पर विश्वास करके अपने दुखों का अंत ढूंढ रही हैं, जबकि वास्तव में उन्हें मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है। इन महिलाओं के व्यवहार से स्पष्ट होता है कि वे अत्यंत तनाव और मानसिक पीड़ा से गुजर रही हैं, और इस स्थिति का लाभ उठाते हुए ये बाबाओं ने उन्हें अपने शिकंजे में ले लिया है।
हमारे समाज में इस प्रकार के पाखंड को समाप्त करने के लिए आवश्यक है कि हम शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा दें। महिलाओं को शिक्षित करना और उन्हें उनके अधिकारों और स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी देना महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, समाज के हर सदस्य को मिलकर इन ढोंगी बाबाओं के खिलाफ आवाज उठानी होगी। यह केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वे इन बाबाओं को उखाड़ फेंकने के लिए संगठित प्रयास करें।
सरकार को भी इस दिशा में कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। इन ढोंगी बाबाओं के खिलाफ कड़े कानून और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि वे समाज को और अधिक नुकसान न पहुंचा सकें। सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध हों और उनके उपचार के लिए उचित व्यवस्था हो। इसके साथ ही, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए ताकि लोग पाखंड और अंधविश्वास के खिलाफ जागरूक हो सकें।
अशिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण पाखंड और अंधविश्वास का फैलाव होता है। महिलाओं को विशेष रूप से इस स्थिति से बचाने के लिए समाज को एकजुट होकर प्रयास करना होगा। हमें अपने समाज की हर महिला को शिक्षित और सशक्त बनाना होगा ताकि वे पाखंड और अंधविश्वास के जाल में न फंसे। इसके लिए सरकार, गैर-सरकारी संगठनों और समाज के हर व्यक्ति को मिलकर काम करना होगा।
इस वीडियो ने हमें एक बार फिर याद दिलाया है कि पाखंड और अंधविश्वास से लड़ना कितना आवश्यक है। हमें एकजुट होकर इन ढोंगी बाबाओं के खिलाफ खड़ा होना होगा और हमारे समाज को इस संकट से मुक्त करना होगा। केवल तभी हम एक सशक्त और जागरूक समाज का निर्माण कर सकते हैं, जहां हर महिला सुरक्षित और सशक्त महसूस कर सके।