संभल, 11 जुलाई 2024: उत्तर प्रदेश में शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन अटेंडेंस लगाने का विरोध जारी है, इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। संभल जिले के विकासखंड शरीफपुर के कम्पोजिट विद्यालय में जिलाधिकारी डॉ राजेन्द्र पैंसिया ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि एक शिक्षक, प्रेम गोयल, #कलेक्टर का दिमाग़ !! 🤔#UP में टीचर आन लाइन अटेंडेंस लगाने का विरोध कर रहे है #संभल जिलाधिकारी #IAS
डाॅ राजेन्द्र पैंसिया कम्पोजिट विद्यालय शरीफपुर विकासखंड संभल का अचानक औचक निरीक्षण करने पहुँच गये #विभागीय एप्स की जानकारी देते हुए सभी टीचरों का डीजिटल मोबाइल भी चेक कर लिया… pic.twitter.com/l72vDfubFM
— Dr.Ahtesham Siddiqui (@AhteshamFIN) July 10, 2024
स्कूल के समय में मोबाइल पर गेम खेल रहे थे।
#कलेक्टर का दिमाग़ !! 🤔#UP में टीचर आन लाइन अटेंडेंस लगाने का विरोध कर रहे है #संभल जिलाधिकारी #IAS
डाॅ राजेन्द्र पैंसिया कम्पोजिट विद्यालय शरीफपुर विकासखंड संभल का अचानक औचक निरीक्षण करने पहुँच गये #विभागीय एप्स की जानकारी देते हुए सभी टीचरों का डीजिटल मोबाइल भी चेक कर लिया… pic.twitter.com/l72vDfubFM
यह घटना तब सामने आई जब जिलाधिकारी ने विभागीय एप्स की जानकारी के लिए सभी शिक्षकों के डिजिटल मोबाइल चेक किए। प्रेम गोयल के मोबाइल में स्कूल के समय गेम खेलने का डाटा सबूत के रूप में मिल गया।
इस लापरवाही पर जिलाधिकारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शिक्षक प्रेम गोयल को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा, "सरकार आपको वेतन बच्चों को पढ़ाने के लिए देती है। यदि आप ईमानदारी से अपना काम नहीं करते हैं, तो घर बैठकर गेम खेलते रहें!"
यह घटना उन शिक्षकों के लिए एक चेतावनी है जो अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं। सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन कुछ शिक्षकों की लापरवाही इन प्रयासों को धूमिल करती है।
यह घटना शिक्षकों को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास दिलाती है और यह भी बताती है कि जिला प्रशासन शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कितना गंभीर है।