सांकेतिक चित्र
फिरोजाबाद। 14 जुलाई को हुए विवाह के महज एक दिन बाद, फिरोजाबाद में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 28 वर्षीय अनामिका की शादी अतुल कुमार (30) से हुई थी, और विवाह के अगले ही दिन से दहेज की मांग को लेकर अतुल ने अपनी पत्नी अनामिका को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
मामला तब गंभीर मोड़ पर आया जब 28 जुलाई की रात लगभग 1 बजे अतुल ने अनामिका के पिता को फोन किया और धमकी दी, “अपनी बेटी को समझा लो, नहीं तो मैं उसे गला दबाकर मार डालूंगा।” इस भयावह धमकी के बाद जब लड़की के पिता ने अतुल को कॉल बैक किया, तो उसने फोन नहीं उठाया।
सुबह 4 बजे, अतुल ने एक बार फिर फोन किया और बताया, “आपकी बेटी की हत्या कर दी है, उसकी लाश उठाकर ले जाओ।” यह सुनकर अनामिका के परिवार वाले तुरंत ससुराल की ओर रवाना हुए, लेकिन जब वे वहां पहुंचे तो पाया कि ससुराल वाले फरार हो चुके थे और अनामिका का शव जमीन पर पड़ा हुआ था।
स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीमों का गठन किया है।
फिरोजाबाद
— Sadaf Afreen صدف (@s_afreen7) July 30, 2024
"तुम्हारी बेटी को मार डाला, उसकी लाश ले जाओ"
अनामिका (28) की शादी 14 जुलाई को अतुल कुमार (30) से हुई थी!
विवाह के अगले दिन से ही अतुल अपनी पत्नी अनामिका को दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगा!
लड़के वालो को दहेज में "कार" चाहिए थी!
लड़की के पिता ने बताया–
"28 जुलाई की… pic.twitter.com/gSypYZG9uh
अनामिका के परिवार ने आरोप लगाया है कि अतुल और उसके परिवार ने दहेज में एक कार की मांग की थी, जिसे पूरा न कर पाने के कारण उनकी बेटी को प्रताड़ित किया गया। शादी के पहले ही दिन से ही दहेज की मांग को लेकर अतुल ने अनामिका पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था, और अंततः हत्या की धमकी दी थी।
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है और न्याय की अपेक्षा की है। घटना ने समाज में दहेज प्रथा की कुप्रथाओं को एक बार फिर से उजागर किया है और यह साबित किया है कि समाज में अभी भी महिलाओं के खिलाफ हिंसा की गंभीर समस्याएं मौजूद हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस जघन्य अपराध के आरोपियों को शीघ्र पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और दोषियों को सख्त सजा दिलाने का आश्वासन दिया है। वहीं, अनामिका के परिवार का दुख और गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है, और वे न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।